देश और दुनिया में 21 जून को योग दिवस मनाया गया। जिसका नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री मोदी रांची से कर रहें थे। वहीं से चंद किलोमीटर दूर मुज्ज़फरपुर में मासूम बच्चे दम तोड़ रहें थे। मगर प्रधानमंत्री मोदी को उन बच्चों की याद तक नहीं आई जिनकी मौत सिर्फ खस्ता हाल स्वास्थ्य सेवा की वजह से हुई।

प्रधानमंत्री मोदी यहीं नहीं रुके वो बिहार में होने वाली मौतों को इस तरह से नज़रअंदाज़ करते नज़र आए जैसे वहां कुछ हुआ ही ना हो। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर उन देशों का धन्यवाद करते हुए नज़र आए जिन देशों ने योग का आयोजन किया था।

अरबी से लेकर स्पेनिश और अंग्रेजी भाषा में ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी सबको धन्यवाद कर रहें थे। मगर मुज्जफरपुर में मारे गए लोगों की एक बार भी याद नहीं आई।

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इसी पर पत्रकार साक्षी जोशी ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए लिखा- सर नरेंद्र मोदी जी आपकी पूरी टाइमलाइन बहुत देर तक स्क्रोल की, हर भाषा में, सूर्य नमस्कार से कई आसन पर, यहां तक कि शिखर धवन के चोटिल होने का दर्द तक वहां नजर आ गया, मुज्ज़फरपुर की चीख़ कहीं नजर नहीं आई। शवासन मानकर ही ट्वीट कर दीजिए।

बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से लगातार बच्चों की मौत हो रही हैं। अब तक मौत का आंकड़ा 167 तक पहुंच चुका है। वहीं करीब 650 से अधिक मरीज अब भी इस बीमारी का शिकार है।

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जिसमें सिर्फ मुजफ्फरपुर में ही 580 इस बीमारी का शिकार बन चुके है जिनमें से 129 बच्चों की मौत हो चुकी। वहीं SKMCH और केजरीवाल अस्पताल में 131 बच्चे इलाजरत हैं।

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