बीते कल देश के सैकड़ों किसान संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था। दरअसल बीते दो हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे किसानों और सरकार के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है। लेकिन अभी तक इस मुद्दे पर कोई हल नहीं निकल पाया है।

केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों पर उठाई गई मांगों को मंजूर ना किए जाने के चलते किसान जोरों-शोरों से आंदोलनरत हैं।

इसी बीच खबर सामने आ रही है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह और किसान नेताओं के बीच कल जो बैठक हुई है। उसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया है।

गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हनन मुला ने बड़ा बयान दिया है।

उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार किसानों की मांग यानी कि कृषि कानूनों को वापिस लेने से इंकार कर रही है। जिसके चलते अब किसान नेताओं और सरकार के बीच होने वाली अगली बैठक को टाल दिया गया है।

हनन मुला ने कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को मानने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि सरकार जिन संशोधनों के पक्ष में है, जिन्हे कल लिखित में पेश किया जाएगा।

हम इस मामले में 40 किसान यूनियन के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। इसके बाद ही हम सरकार के साथ अगली बैठक करने पर फैसला लेंगे। दरअसल किसान संगठन कृषि कानूनों में किसी तरह का संशोधन नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि सरकार इन कानूनों को रद्द करे।

इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि “केन्द्र सरकार अडानी और अम्बानी की ग़ुलाम है। उन्ही के चंदों से भाजपाई चुनाव लड़ते हैं जब तक इनके मालिक इजाज़त नही देंगे। करोड़ों किसानो की माँग नही मानी जायेगी”

आपको बता दें कि मोदी सरकार के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का सभी विपक्षी पार्टियों द्वारा समर्थन किया जा रहा है।

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