देश में कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर के कहर से चारों ओर त्राहिमाम है। ऐसे में पीड़ित जनता देश के प्रधानमंत्री को काफी व्याकुल होकर खोज रही थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देर से ही सही लेकिन टीवी के माध्यम से जनता के बीच आए और कोरोना संकट पर अपने विचार रखे।
पीएम मोदी ने इस संकट पर अपने विचार रखते हुए कहा कि आज पूरा देश कष्ट में है, ऐसे में मैं भी कष्ट में हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि इस समय हमारा देश एक अदृश्य संकट से लड़ रहा है। कोरोना एक बहरुपिया है, जो बार बार देश के सामने अलग अलग रंग रुप धारण कर आ रहा है।
पीएम मोदी का यह बयान आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ठीक नहीं लगा।
संजय सिंह ने ट्वीटर के जरिए पीएम मोदी से पूछ लिया कि “आपने कल देश को दो जानकारी दी है। आपने कहा है कि देश इस वक्त कष्ट के दौर से गुजर रहा है, इसलिए वो भी कष्ट में हैं. संजय सिंह ने पूछा है कि प्रधानमंत्री जी, जो आदमी कष्ट में होता है, वो अस्पताल बनवाता है या मोदी महल?”
PM ने कल देश को दो जानकारी दी।
1.देश कष्ट में है वो भी कष्ट में हैं।
Sir कष्ट में PM अस्पताल बनवाता है या मोदी महल?
2.Sir एक तो आपने बताया Virus बहरूपिया है
दूसरा बहरूपिया कौन है Sir? pic.twitter.com/lsHIxQ6grI— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) May 15, 2021
वहीं दूसरे मुद्दे पर संजय सिंह ने पूछा है कि प्रधानमंत्री जी, आपने कहा है कि ये वायरस बहरुपिया है। आप बताएं कि दूसरा बहरुपिया कौन है?
संजय िंसह का निशाना पीएम मोदी पर था। जिस तरह से मोदी का बार बार हुलिया बदलता है, उसे ही लेकर संजय सिंह ने पूछ दिया कि दूसरा बहरुपिया कौन है?
मालूम हो कि पीएम मोदी इन दिनों सेंट्रल विस्ता परियोजना को लेकर आलोचनाओं के घेरे में हैं। एक तरफ देश जहां भीषण कोरोना महामारी झेल रहा है।
अस्पतालों के अभाव में लोग मर रहे हैं, वहीं पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास को भव्य महल में तब्दील करने की तैयारी में हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि ये निर्माण सरकार के असंवेदनशील रवैये को दिखाता है।
विपक्ष का कहना है कि शहरी विकास मंत्रालय की इस योजना में 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च की जा रही है।
वहीं केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि इस प्रोजेक्ट का और कोरोना संकट का कोई लेना देना नहीं है। सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट को लेकर जनता के बढ़ते गुस्से और आलोचनाओं से घबरा कर केंद्र सरकार ने परियोजना स्थल पर किसी भी किस्म की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पर रोक लगा दिया है।
इसी प्रोजेक्ट को आप सांसद ने मोदी महल का नाम देते हुए सरकार और पीएम की आलोचना की है।