राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को राज्यसभा भेजना महंगा पड़ता जा रहा है। जब से राष्ट्पति ने उनके नाम की घोषणा की है तब से प्रधानमंत्री और भाजपा पर लगातार सवाल खड़े हो रहे है।
पूर्व CJI गोगोई को राज्यसभा भेजने पर उनके द्वारा कोर्ट में दिए गए फैसलों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है। गोगोई अपने पद पर रहते हुए राफेल मामले की सुनवाई कर चुके है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी है जिसके बाद से विपक्ष पूर्व जस्टिस द्वारा दिए गए ज्यादातर फैसलों पर सवालिया निशान उठा रहा है।
पूर्व CJI रंजन गोगोई राज्यसभा के लिए मनोनीत, पत्रकार रोहिणी सिंह बोलीं- मिल गया ‘इनाम’
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पूर्व जस्टिस रंजन गोगोई को राज्य सभा के लिए मनोनीत होने पर कहा कि उनको “सेवा की मेवा” दी गयी है।
संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा- राफ़ेल मामले में फ़ैसला देकर अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कराने वाले पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री रंजन गोगोई को राज्यसभा भेजकर भाजपा ने “सेवा का मेवा” दिया है।
राफ़ेल मामले में फ़ैसला देकर अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कराने वाले पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री रंजन गोगई को राज्य सभा भेजकर भाजपा ने “सेवा का मेवा” दिया है।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) March 17, 2020
संजय सिंह की इस टिप्पणी के बाद से राफेल जहाज़ के मामले पर पूर्व जस्टिस गोगोई द्वारा दिए गए फैसले पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे है। राफेल मामला भारत की रक्षा से सम्बंधित था जिसके बाद मोदी और उनकी क्लीन चिट पर संदेह किया जा रहा है।