हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और मंत्री अशोक चौहान समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की है।
पीएम मोदी के साथ इस मुलाकात में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में आए ताउते तूफान की वजह से हुए नुकसान, कोरोना संक्रमण की स्थिति और मराठा आरक्षण जैसे मुद्दों पर बातचीत की है।
इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में कई तरह की कयासबाजी शुरू हो चुकी है।
पीएम मोदी से मुलाकात करने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा है कि भले ही हम ने भाजपा से अपने रास्ते अलग कर लिए। लेकिन दोनों पार्टियों के नीच राजनीतिक संबंध अभी है।
पीएम मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर अब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का बयान भी सामने आया है।
उन्होंने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में सियासी उठापठक की आशंका लगाई जा रही है। लेकिन महाविकास आघाडी सरकार को जनता का समर्थन हासिल है।
जनता ने इस गठबंधन को स्वीकार किया है। इसलिए यह सरकार राज्य में अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का कहना है कि भले ही शिवसेना और उनकी पार्टी के बीच एक साथ काम करने का कोई अनुभव ना रहा हो। लेकिन दोनों राजनीतिक दलों के बीच रिश्ते काफी अच्छे हैं।
मेरा मानना है कि राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास आघाडी सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल जरूर पूरा करेगी।
विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में भी दोनों राजनीतिक दल मिलकर काम कर सकते हैं।
इसके अलावा शरद पवार ने शिवसेना और कांग्रेस के राजनीतिक संबधों पर भी बात की। उन्होंने कहा, इतिहास इस बात का गवाह है कि दिवगंत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शिवसेना ने मदद की थी।
उस वक्त शिवसेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे ने कांग्रेस के खिलाफ कोई भी उम्मीदवार न खड़ा करने का फैसला लिया था।