प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी को क्योटो बनाने का संकल्प लिया है। अब इसके पीछे कितनी सच्चाई है और कितना झूठ इसका अंदाज़ा इस घटना से लगाया जा सकता है।

समाजवादी पार्टी के पूर्व शहर पार्षद रविकांत विश्वकर्मा के अनोखे विरोध प्रदर्शन से देखने को मिलता है। जहां उन्होंने सीवर के पानी में लेटकर इस काम में उनके एक साथी भी शामिल हुए, जो पोस्टर को लेकर बैठे दिखे।

दरअसल वाराणसी के गोदौलिया इलाके में जहां से होकर हर रोज देश विदेश के लोग घाट और मंदिर और बाज़ार जाते है। उसी इलाके में बनारस की शान कहे जाने वाले गलियों में सीवर का पानी भर गया है जिसे लेकर वहां रह रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जब पार्षद से इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने प्लास्टिक का बाथटब लेकर खुद ही लेट गए। उन्होंने कहा कि बनारस में इस तरीके से सीवर का पानी बह रहा है। देव दीपावली का नज़ारा लेने आए लाखों सैलानी इस गंदे पानी से होकर गुजर रहे हैं।

ऐसे में शासन प्रशासन को कोई फ़िक्र नहीं है। परिषद् ने कटाक्ष करते हुए कहा कि मैंने सोचा क्यों न हम इसमें स्विमिंग पूल की तरह लेट जाएं और मोदी जी योगी जी को धन्यवाद दें कि उन्होंने आखिरकार बनारस को क्योटो बना ही दिया।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों रिंग रोड और बाबतपुर से बनारस को जोड़ने वाली सड़कों का पूरे तामझाम के साथ उद्घाटन किया था।

जहां उन्होंने वाराणसी के विकास को लेकर कई बातें कही थी मगर अब जब बनारस का वीवीआईपी इलाका ही सीवर के पानी से भरा हुआ है तो उस इलाके की बात क्या होगी जहां दिक्कतें इससे ज्यादा होंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here