प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश और राजस्थान में हो रहे चुनावों के मद्देनज़र इन दोनों राज्यों में ताबड़तोड़ रैलियां करते नज़र आ रहे हैं। वह इन रैलियों में कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए उसे किसान विरोधी और विभाजनकारी बता रहे हैं।

वह अपनी तमाम रैलियों में यह दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस ने पांच-छह दशकों में किसानों के लिए कुछ नहीं किया। पीएम इन रैलियों में कांग्रेस पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप भी लगा रहे हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस सत्ता में आने के लिए किसानों से कर्ज़ माफी का झूठा वादा कर रही है।

इसके साथ ही पीएम मोदी अपनी रैलियों में कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप भी लगा रहे हैं। उनके मुताबिक, कांग्रेस समाज को बांटने का काम कर रही है, वो लोगों को बांटकर सत्ता का सुख भोगना चाहती है। उनका कहना है कि कांग्रेस को सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए इसलिए उनके नेता मुसलमानों से उनकी पार्टी को वोट देने की अपील कर रहे हैं।

दिलचस्प बात तो यह है कि प्रधानमंत्री अपनी इन रैलियों में न तो पिछले साल मंदसौर में हुई किसानों की हत्या का ज़िक्र कर रहे हैं और न ही अलवर मॉब लिंचिंग का।

वह कांग्रेस पर बेबाकी से किसानों के साथ वादाखिलाफी का आरोप तो लगा रहे हैं लेकिन वह इस बात को अपनी ज़ुबान तक पर नहीं ला रहे कि मंदसौर में उनकी ही पार्टी के शासनकाल में किसानों पर गोलियां चलवा दी गईं थी। जिसमें कई किसान मारे गए थे।

पीएम अपनी रैलियों में यह भी नहीं बता रहे हैं कि पुलिस फायरिंग में मारे गए इन किसानों का कसूर क्या था। वह इसका भी ज़िक्र नहीं कर रहे कि मारे गए किसान उनकी पार्टी की सरकार से नाराज़ होकर आंदोलन कर रहे थे। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि पीएम मोदी ने इस बीच मंदसौर में भी एक रैली की और इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को ही किसान विरोधी बताया।

मंदसौर के बाद अब पीएम मोदी कल यानी 25 नवंबर को राजस्थान के अलवर में चुनावी रैली करेंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस को विभाजनकारी बताने वाले पीएम मोदी क्या मॉब लिंचिंग का शिकार हुए पहलू खान और रक़बर खान की बात करेंगे।

कांग्रेस पर समाज को बांटने का आरोप लगाने वाले पीएम मोदी क्या भीड़ हत्या के शिकार हुए पहलू खान और रक़बर खान का ज़िक्र कर अल्पसंख्यकों का विश्वास हासिल करेंगे, जिससे लोगों को जोड़ा जा सके? फिलहाल पीएम मोदी की पिछली रैलियों में दिए गए भाषणों को देखते हुए इस बात की संभावना कम दिखती है।

By: Asif Raza

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