भारत में महंगाई ने एक बार फिर से अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने पीने की सभी चीजों में बेतहाशा मूल्यवृद्धि हुई है।
इस महंगाई से जहां आम आदमी की कमर टूट चुकी है तो वहीं सरकार खामोश भाव से जो हो रहा है होने दो कि तर्ज पर आंख मूंद कर बैठी हुई है।
आंकड़ों के लिहाज से देखें तो भारत में खुदरा महंगाई 06 महीने के शीर्षतम स्तर तक पहुंच गई है।
कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर आधारित खुदरा महंगाई दर ने मई में 6.3% का आंकड़ा छू लिया है. अप्रैल में यह दर 4.23% थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर ट्विटर के जरिए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई और बेरोजगारी दोनों में आपने भारत को विश्व गुरु बना दिया है।
सुरजेवाला ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि वाह चंदाजीवी ! मान गए आपको, मोदीजी हैं तो यही सब मुमकिन है.
“महंगाई” और “बेरोजगारी” –
दोनों में आपने भारत को विश्व गुरु बना दिया !वाह चंदाजीवी !… मान गए आपको। ……
मोदी है तो यही मुमकिन है । pic.twitter.com/av8rsSQRpa— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 15, 2021
महंगाई का आलम यह है कि खाने पीने की वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर जहां अप्रैल में 1.96% थी, वह मई में बढ़कर 5.01% पर पहुंच गई.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, मई के महीने में खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दायरे से बाहर जा चुकी है। यह अपने आप में महंगाई की भयावहता को दर्शाने के लिए काफी है।
महंगाई बढ़ने की सबसे बड़ी वजह पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्यवृद्धि बताई जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार मई महीने में सबसे ज़्यादा खाने के तेल और फैट हुआ है।
1 महीने के अंदर इनकी कीमतों में 31% तक महंगे हुए हैं। वहीं अंडे और सॉफ्ट ड्रिंक्स की कीमतों में भी 15-15% तक बढ़ गई हैं।
बात करें थोक महंगाई दर की ये लगातार 5वें महीने भी बढ़ी हैं और ये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार मई 2020 में थोक महंगाई दर -3.37% थी जो मई 2021 में 12.94% पर पहुंच गई।
इस आंकड़े के सामने आने के साथ ही विपक्ष को सरकार को घेरने का एक बड़ा हथियार मिल गया है क्योंकि महंगाई आम आदमी से जुड़ा हुआ मसला है।
आम आदमी महंगाई की विकराल समस्या से जूझ रहा है। केंद्र की मोदी सरकार महंगाई रोकने के मोर्चे पर लगातार विफल होती हुई दिखाई दे रही है।
लोगों को याद है कि किस तरह से नरेंद्र मोदी अपनी सभाओं में कहा करते थे कि बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार ! इस नारे के साथ ही भाजपा ने कांग्रेस को केंद्र की सत्ता से बेदखल कर दिया था और जनता ने महंगाई दूर करने के लिए नरेंद्र मोदी के सिर पर ताज पहनाया था
लेकिन महंगाई दूर नहीं हुई बल्कि इसी सरकार में महंगाई अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच कर आम लोगों का जीना दूभर कर चुकी है।