विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया था। इस दौरान वह बाउल गायक बासुदेब दास के घर पहुंचे थे और वहां भोजन भी किया था। लेकिन इसके बावजूद वह बासुदेब का दिल जीतने में नाकाम रहे।
बासुदेब ने अपना मलाल बयान करते हुए कहा कि शाह उनके घर आए और खाना खाकर चले गए। शाह ने उनसे एक शब्द भी बात नहीं की। उनकी परेशानियों को नहीं सुना।
बताया जा रहा है कि बासुदेब अमित शाह की इस हरकत से काफी नाराज़ हैं, इसलिए वह अब ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का रुख़ करेंगे।
बीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने जानकारी देते हुए कहा कि बासुदेब 29 दिसंबर को होने वाली ममता बनर्जी की रैली में शामिल होंगे।
बता दें कि बीते रविवार को अमित शाह शांति निकेतन स्थित बासुदेब के घर पहुंचे थे। यहां उन्होंने भोजन किया था। लेकिन भोजन के फौरन बाद वह वहां से चले गए। बासुदेब का कहना है कि अमित शाह ने इस दौरान उनसे कोई बात नहीं की, जिसका उन्हें अफसोस है।
बासुदेब ने कहा, “मेरे पास अमित शाह जी जैसे बड़े व्यक्ति को बताने के लिए कुछ चीजें थीं। मैं उन्हें बाउल कलाकारों की स्थिति के बारे में बताना चाहता था कि उनकी दशा सुधारने के लिए क्या कुछ किया जा सकता है।”
बासुदेब ने कहा कि अमित शाह के वहां से जाने के बाद बीजेपी के किसी नेता ने फिर पलट कर हमसे बात भी नहीं की और न ही कोई कुछ पूछने आया। दास ने ये बातें तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में पार्टी अध्यक्ष अनुव्रत मंडल के साथ पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा, “राज्य सरकार पहले से ही हमें मदद की पेशकश कर रही है लेकिन मैं केंद्र सरकार से भी मदद चाहता था।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं अपनी बेटी की उच्च शिक्षा के लिए हो रही वित्तीय कठिनाइयों के बारे में उन्हें (अमित शाह) बताना चाहता था, जिसने हाल ही में एमए पास किया है।
इससे पहले बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि तृणमूल कांग्रेस की नींद तब टूटी, जब अमित शाह के कदम गरीब गायक के घर पर पड़े।