बीते दिनों से संसद में चल रहे मानसून सत्र में भले ही पेगासस जासूसी मामले पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में चर्चा ना हो रही हो।
लेकिन दुनिया भर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। सरकार इस मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है। जिसके चलते मोदी सरकार का जमकर विरोध किया जा रहा है।
इस मामले में संसद में सभी विपक्षी दल एक साथ आकर सरकार को घेर रहे हैं। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस के नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह पर पेगासस जासूसी मामले से भागने का आरोप लगाया है।
इंडिया टुडे के एक इंटरव्यू में टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि संसद में विपक्षी दल किसानों के मुद्दे, बेरोजगारी, महंगाई, बढ़ रही अर्थव्यवस्था के साथ-साथ विकास इस जासूसी मामले पर चर्चा करना चाहते हैं। लेकिन सरकार इस पर चर्चा करने से भाग रही है।
उन्होंने कहा है कि विपक्ष का रुख इन मुद्दों पर बिल्कुल साफ है। देश के सभी विपक्षी दल एक साथ आकर यह चाहते हैं कि सभी मुद्दों पर चर्चा हो। सबसे पहले पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की जानी चाहिए।
इस दौरान उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह को चैलेंज भी दे डाला है। टीएमसी नेता का कहना है कि अगर गृह मंत्री अमित शाह कल संसद आकर दिल्ली रेप केस पर बयान देते हैं तो वह अपना सर मुंडवा लेंगे।
टीएमसी नेता का कहना है कि साल 2016 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कितने सवालों का जवाब दिया है? संसद में सरकार अपने नियम बना रही है।
सरकार से सवाल पूछे जाने की जगह विपक्ष से सवाल पूछे जा रहे हैं। बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और सीमा विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से सवाल पूछे जाने चाहिए।
टीएमसी नेता ने कहा है कि मैं लापता व्यक्तियों का नोटिस लगा रहा हूं। अगर हम एक जिम्मेदार विपक्ष हैं। तो हमें गुमशुदा व्यक्तियों का नोटिस लगाना ही चाहिए।
मैंने गृह मंत्री अमित शाह को संसद में नहीं देखा। क्या गृह मंत्री अमित शाह को आकर सवालों के जवाब नहीं देना चाहिए?