खूब बोले, जी खोलकर, दिल खोलकर, कांग्रेस, अर्टिकल 370, राम मंदिर, नागरिकता संशोधन कानून, पाकिस्तान और आतंकवाद सब पर बोले। सिर्फ एक शब्द नहीं बोला “रोजगार”। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के लोकसभा में बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर दिए गए भाषण तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- इस वक्त देश सबसे बुरे दौरे से गुजर रहा है। पढ़े लिखे युवा डिग्री लेकर भटक रहे है।
भारत में रोजगार है नहीं और हमारे प्रधानमंत्री अपनी लम्बी चौड़ी भाषण में रोजगार का एक बार भी जिक्र तक नहीं करते। हमने उनके भाषण के दौरान कई बार बोला बेरोजगारी पर बोले, लेकिन एक बार उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सितारमण पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि इससे पहले वित्तमंत्री ने भी अपने लम्बे भाषण में एक बार भी बेरोजगारी पर कुछ नहीं कहा। ये लोग सिर्फ और सिर्फ देश को असल मुद्दे से ध्यान भटका कर गुमराह करना जानते है। कांग्रेस, भारत पाकिस्तान, नेहरू बस इनके लिए यहीं मुद्दें है और कुछ नहीं।
इसी तरह टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी पीएम की स्पीच पर पलटवार करते हुए कहा- ‘मुझे तो भाषण सुनकर ऐसे लगने लगा कि मैं कोई परी की कहानी सुन रही हूं। जिस तरह बजट में कोई आंकड़े नहीं थे, इसी तरह से पीएम मोदी की स्पीच में भी ऐसा कुछ नहीं था।’
बता दे कि पीएम ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में एक घंटे 40 मिनट तक विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्हें करारा जवाब दिया और कहा, किसी ने कहा है कि छह माह के अंदर मुझे डंडे पड़ेंगे। इस पर उन्होंने कहा- मैं अपना पीठ मजबूत कर रहा हूं, ताकि डंडे की मार झेल सकूं।
साथ ही पीएम ने कहा पिछले 20 सालों से अपमान झेल रहा हूं। इसके अलावा पीएम ने कहा कि ऐसे नहीं है कि लोगों ने सिर्फ एक सरकार बदली है,बल्कि सरोकार भी बदलने की अपेक्षा की है। इस देश की एक नई सोच नई उर्जा के साथ काम करने की इच्छा और अपेक्षा जताई है तभी हमें यहां आकर काम करने का सौभाग्य मिला है.
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने एक सभा में कहा था, युवा बेरोजगारी से परेशान है, ये नौजवान भारत का भविष्य है, लेकिन इनकी पीएम को कोई परवाह नहीं। यही युवा अगले छह महीने में पीएम को डंडे मारेंगे।