महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे बीते कुछ वक्त से मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हो रहे है। आज उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बुलाई गई बैठक में हिस्सा लिया।
इस बैठक में केंद्र और राज्य के संबंध, केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई, जीएसटी और NEET/JEE परीक्षा जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।
इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमत्री उद्धव ठाकरे मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ काफी आक्रामक मोड में नजर आए। उद्धव ठाकरे ने बैठक में कहा कि हमें सबसे पहले ये फैसला कर लेना चाहिए कि हमें केंद्र सरकार से डरना है या लड़ना है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जोरदार तरीके से अपनी आवाज उठानी चाहिए क्योंकि केंद्र सरकार हमारी आवाज को दबाने का कोशिश कर रही है। हमारे लिए सत्तामेव जयते नहीं, सत्यमेव जयते है।
आपको बता दें कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आक्रामक रुख दिखाने के लिए उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता अक्सर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं।
सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों की इस वर्चुअल बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल थी।
उन्होंने भी NEET-JEE परीक्षाओं को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैंने किसी लोकतांत्रिक देश में इतनी उद्दंडता नहीं देखी है। स्थिति बहुत गंभीर है। हमें बच्चों के लिए आवाज उठानी ही होगी।
इस परीक्षा पर मोदी सरकार द्वारा लिया गया फैसला छात्रों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। कोरोना के कारण इस स्थिति को देखकर ही कोई भी फैसला लिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि सोनिया गांधी की अगुवाई में विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं।