बीजेपी की सफलता के लिए जिस उज्जवला योजना को राजनीतिक विश्लेषक एक बड़ा कारण मान रहे थे, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने शनिवार को उसी योजना की पोल खोल कर रख दी।
हुआ यूं कि रविवार को पुरी लोकसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान संबित पात्रा ने एक गरीब परिवार के घर पर खाना खाने का वीडियों ट्वीटर पर पोस्ट किया। इसमें एक बुजुर्ग महिला मिट्टी के चूल्हे पर खाना पका रही है और वहीं पास में बैठे संबित पात्रा खाना खा रहे हैं।
पात्रा ने इस वीडियों को तो क्षेत्रवासियों से खुद के जुड़ाव के लिए पोस्ट किया था, लेकिन उनका का यह दाव उल्टा पड़ गया। वीडियों के बाद लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के उज्जवला योजना पर तमाम तरह के सवाल उठाने शुरू कर दिए। लोग पूछने के लगे की इतना गरीब परिवार होने के बाद भी प्रधानमंत्री की इस योजना का लाभ उसे क्यों नहीं मिला।
पार्टी और पात्रा की खूब हुई किरकिरी
इस वीडियों के बाद सोशल मीडिया पर मोदी के उज्ज्वला योजना की कथित सफलता पर सवाल उठने लगे हैं। इस भारी आचोलना के बाद पात्रा को जैसे सांप सूंघ गया। इस वीडियों की वजह से भाजपा और पात्रा की काफी किरकिरी हुई है।
कांग्रेस नेता रुचिरा चतुर्वेदी ने तंज कसते हुए लिखा- लगता है चोर चौकीदार ने उज्जवला योजना वाला सिलेंडर भी चोरी कर लिया।
लगता है चोर चौकीदार ने उज्जवला योजना वाला सिलेंडर भी चोरी कर लिया। #EkHiChowkidarChorHai pic.twitter.com/jzXXVRzK4e
— Ruchira Chaturvedi | #NYAYforIndia (@RuchiraC) March 31, 2019
उज्ज्वला योजना
मोदी सरकार की जिन योजनाओं की सबसे ज़्यादा चर्चा हुईं, उनमें उज्ज्वला योजना काफी महत्वपूर्ण रही है। मोदी सरकार का दावा है कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) से कमजोर वर्ग के परिवारों खासकर महिलाओं को बहुत राहत मिली है।
इसे 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में लॉन्चल किया गया था। PMUY के तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस (LPG) का कनेक्शन देती है। हांलाकि इस योजना को कांग्रेस ने भी अपनी योजना नाम बदलकर प्रचार करने का आरोप लगाया था।