रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ़ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को लोकतंत्र के लिए ख़तरा बताने वाली भाजपा खुद पत्रकारों के साथ कैसा सलूक करती है, इसका अंदाज़ा उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पत्रकार के साथ हुई मारपीट की घटना से लगाया जा सकता है।

यहां एक पत्रकार को स्थानीय बीजेपी नेता के बेटों ने सिर्फ़ इसलिए पीट दिया क्योंकि उसने उनके पिता के खिलाफ़ ख़बर चलाई थी।

इंडियन इक्सप्रेस में छपी ख़बर के मुताबिक, बीजेपी नेता के बेटों द्वारा की गई पिटाई के बाद पत्रकार की हालत गंभीर है।

उन्हें ज़िला अस्पताल से झांसी रेफर किया गया है। पीड़ित पक्ष ने इस मामले में पुलिस को भी कटघरे में खड़ा किया है।

पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपियों की तरफ से हमले की आशंका को देखते हुए पुलिस में शिकायत की गई थी लेकिन पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की, जिसका खामियाज़ा विनय को भुगतना पड़ा है।

दरअसल, पत्रकार ने बीजेपी नेता की आलोचना करते हुए एक खबर चलाई थी, इसी खबर से नाराज़ बीजेपी नेता और उनके परिजन पत्रकार को मारने के लिए ढूंढ रहे थे।

पीड़ित परिवार ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।

पिटाई के बाद दिए अपने बयान में पत्रकार ने बताया कि वह अपनी खबर की कवरेज के लिए गांव पहुंचा था, जहां ग्राम प्रधान और उनके परिजनों ने उसपर हमला बोल दिया।

पत्रकार ने बताया कि उसे बुरी तरह से पीटा गया और जान से मारने की धमकी दी गई। पत्रकार का कहना है कि अगर उसे इंसाफ़ नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगा।

वहीं इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने सूबे की योगी सरकार पर हमला बोला है। आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट के ज़रिए कहा, “ये है भाजपाईयों का दोहरा चरित्र, एक पत्रकार की गिरफ्तारी पर दिन रात रो रहे हैं और आदित्यनाथ के राज में पत्रकार विनय तिवारी को भाजपा नेता के बेटों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया”।

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