यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण फिरोज गांधी ने एक बार फिर से अपनी ही पार्टी की केंद्र सरकार पर प्रहार किया है.
देश के पूंजीपतियों के नामों का उल्लेख करते हुए वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर सवाल दाग दिए हैं.
ट्वीटर के जरिए सरकार पर सवाल उठाते हुए वरुण गांधी ने कहा कि आज हमारा देश कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा है. इसकी वजह से लोग खुदकुशी करने को विवश हैं.
देश के पूंजीपतियों का हवाला देते हुए वरुण ने कहा कि ये अमीर लोग अपनी जिंदगी तो खुशहाली से जी रहे हैं, उधर आम लोग संकट से भरी जिंदगी जी रहे हैं.
वरुण गांधी ने देश में इन दिनों लगातार हुए करोड़ों, अरबों के घोटाले का भी जिक्र किया.
मालूम हो कि जिन दिनों किसान आंदोलन को लेकर किसान संगठन और भारतीय जनता पार्टी आमने सामने थें, उस दौरान भी वरुण गांधी किसानों के पक्ष में खुलकर सामने आए थें.
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीटर पर लिखा है कि “विजय माल्या : 9000 करोड़, नीरव मोदी 14000 करोड़, ऋषि अग्रवाल : 23000 करोड़..अब जब कर्ज के बोझ तले दब कर देश में रोज लगभग 14 लोग आत्महत्या कर रहे हैं,
तब ऐसे धन पशुओं का जीवन वैभव के चरम पर है. इस महा भ्रष्ट व्यवस्था पर एक मजबूत सरकार से मजबूत कार्यवाही की अपेक्षा की जाती है.
विजय माल्या: 9000 करोड़
नीरव मोदी: 14000 करोड़
ऋषि अग्रवाल: 23000 करोड़
आज जब कर्ज के बोझ तले दब कर देश में रोज लगभग 14 लोग आत्महत्या कर रहे हैं, तब ऐसे धन पशुओं का जीवन वैभव के चरम पर है।
इस महा भ्रष्ट व्यवस्था पर एक ‘मजबूत सरकार’ से ‘मजबूत कार्यवाही’ की अपेक्षा की जाती है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 18, 2022
जिस तरह से वरुण गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए मजबूत सरकार शब्द का इस्तेमाल किया है, वो पूरी तरह से किसी व्यंग्य या तंज की तरह है.
वरुण गांधी पिछले काफी समय से अपनी ही पार्टी की केंद्रीय सरकार के प्रति हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं.
वो समय समय पर ऐसे ट्वीट कर देते हैं या अखबार में लेख लिख देते हैं, जिससे भारतीय जनता पार्टी असहज हो जाती है. पार्टी के प्रवक्ताओं को समझ में नहीं आता कि किस तरह से वरुण गांधी के विचारों का खंडन किया जाए.
अभी पिछले दिनों ही वरुण ने ट्वीटर पर एक अखबार की खबर को अपलोड कर दिया जिसमें एक लाख लोगों का बैंकों में गिरवी रखा हुआ सोना निलाम किए जाने की बात कही गई थी. इस मुद्दे पर लोगों ने मोदी सरकार की खूब आलोचना की.
वरुण ने लिखा था कि हजार रुपये का कर्ज नहीं चुका पाने वाले सामान्य लोगों पर कार्रवाई हो जाती है और जो लोग देश का हजारों करोड़ों रुपया चोरी कर लेते हैं, वो ऐशो आराम का जीवन जीते हैं.