अरुणाचल प्रदेश में भारत की सीमा में चीन के अतिक्रमण करने को लेकर हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवेसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.
ट्वीट करते हुए ओवैसी ने कहा- पीएम चीन का नाम लेने से भी डरते हैं, वो हमें बताएंगे कि यह चीनी निर्माणदल अरुणाचल प्रदेश में हमारे क्षेत्र में क्या कर रहा है.
इंडिया टुडे का एक वीडियो रिट्वीट करते हुए ओवैसी ने कहाकि लद्दाख में दो साल से अधिक समय से चीनी घुसपैठ जारी है। और अब हमारे पास ये वीडियो अरुणाचल से हैं।
ओवैसी ने चीन के साथ हमारे संबंधों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाने की मांग की है.
Will our PM saheb who is scared to even name China, tell us what this Chinese construction party is doing on our territory in Arunachal Pradesh? https://t.co/iwmeEiCdUy
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 27, 2022
दरअसल इंडिया टुडे ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया था कि वो वीडियो अरुणाचल प्रदेश के अंजाव का है. जिसे स्थानीय लोगों ने रिकॉर्ड किया है.
जिसमें नज़र आ रहा है कि चगलगाम में हदीगारा-डेल्टा 6 के पास चीन के नागरिक निर्माणकार्य में लगे हैं, जिसमें मशीनरी के साथ चीनी पीपुल्स रिपब्लिक आर्मी पीएलए भी साथ है. यहां पहुंचने में कम से कम चार दिन लगते हैं.
चीन के मुद्दे पर ओवैसी लगातार पीएम मोदी और केंद्र सरकार को घेरते आए हैं. इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि चीनी सेना लगातार अरुणाचल, लद्दाख, सिक्किम में हमारे क्षेत्र में आ रही है और ज़मीन पर कब्ज़ा कर रहा है.
अरुणाचल में चीन ने स्थायी निर्माण कर लिए हैं. सैटेलाइट इमेज से जो साफ़ नज़र आ रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि भारत की ज़मीन पर चीन के कब्ज़े को लेकर पीएम चुप क्यों हैं.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाके में चीन द्वारा गांव बसाने को लेकर किए ट्वीट में कहा- उनका वादा याद करिए- मैं देश झुकने नहीं दूंगा।
पिछले कुछ सालों से लगातार ये खबरें आ रही हैं कि चीन अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में गांव बसा रहा है.
जिसका खुलासा सैटेलाइन इमेज से हुआ था. हालांकि केंद्र सरकार विपक्ष और मीडिया के इन दावों को नकारती रही है.
'कमजोर पर बुलडोजर चलाने वाले आज चीन के बुलडोजर पर खामोश क्यों हैं?' : असदुद्दीन ओवैसी@asadowaisi @aimim_national pic.twitter.com/yEjwquDWoE
— Bolta Hindustan (@BoltaHindustan) August 27, 2022