देश में फैले कोरोना संक्रमण से आम लोगों के साथ जेल में बंद कैदी भी इसके चपेट में आ रहे हैं। इसी बीच जेल में बंद केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन की पत्नी ने उनकी रिहाई की मांग की है।

पत्रकार सिद्दीक कप्पन को साल 2020 में हुए हाथरस गैंगरेप मामले में पीड़िता के गाँव जाते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।

पत्रकार सिद्दीक कप्पन की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई एनवी रमना को पत्र लिख उनकी रिहाई की मांग की है।

इस मामले में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने भी पत्रकार सिद्दीक कप्पन के पक्ष में ट्वीट किया है।

उन्होंने कहा है कि “पत्रकार सिद्दीक कप्पन की वाइफ CJI से उनकी रिहाई की मांग कर रही हैं। कोविड पॉजिटिव सिद्दीक को अस्पताल में जंजीर से बांधकर रखा गया है।

बाथरूम में गिरने से उन्हें गंभीर चोटें आई है। सरकार नफरत की भावना त्याग दे और तत्काल उन्हें रिहा करे। जेल में वह सुरक्षित नहीं हैं।”

दरअसल जेल में बंद पत्रकार कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें मथुरा के केएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है।

सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि अस्पताल में पत्रकार सिद्दीक कप्पन के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जा रहा है।

अस्पताल में उन्हें बेड के साथ जंजीरों से बांधकर रखा गया है। चार दिनों से वह बुरी हालत में जीने को मजबूर हो रहे हैं।

अगर जल्द ही इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वह मर जायेंगे। दरअसल अस्पताल में भर्ती सिद्दीक कप्पन न तो खाना का पा रहे हैं, न ही शौचालय जा पा रहे हैं। जोकि चिंताजनक बात है। इस तरह से उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है।

योगी सरकार के इशारे पर गिरफ्तार किए गए पत्रकार पिछले छह महीने से जेल में बंद में हैं और कोर्ट में अभी तक सुनवाई नहीं हो रही है।

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