भाजपा शासित राज्यों में कोरोना महामारी के दौरान भी अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। खबर सामने आई है कि मध्यप्रदेश के इंदौर में एक पुजारी की हत्या कर दी है।
इस मामले में लोगों ने सड़क पर उतर कर भाजपा नेता समेत उसके साथियों को सजा दिलाने की मांग उठाई है।
खबर के मुताबिक, इंदौर के कर्मा नगर में रहने वाले 65 वर्ष के पुजारी रामजी साहू की मौत के दूसरे दिन लोगों ने भाजपा नेता हरी प्रसाद साहू, उसके बेटे और कुछ गुंडों पर हत्या का मामला दर्ज न करवाए जाने पर नाराजगी जाहिर की है।
लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि भाजपा नेता समेत अन्य आरोपियों को अगर पुलिस चाहती तो गिरफ्तार कर सकती थी। पुलिस ने सिर्फ मारपीट का केस दर्ज कर आरोपियों को बचाने की साजिश रची है।
इस मामले में मृतक पुजारी की पत्नी का कहना है कि मेरे पति को भाजपा नेता हरि प्रसाद साहू उसके बेटे और कुछ गुंडों द्वारा पीटा गया है। इन्हीं लोगों ने मिलकर मेरी पति की हत्या की है। इन सब ने मेरे पति को बांध रखा था और उनको पीटा जा रहा था।
मृतक पुजारी की पत्नी का कहना है कि अगर पुलिस ने हफ्ते के अंदर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो वह आत्मदाह कर लेंगी।
भाजपा नेता के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि उन्होंने एक दिन पहले भी पुलिस स्टेशन में जाकर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बताया जाता है कि भाजपा नेता और वार्ड क्राइसिस कमेटी का सदस्य हरिप्रसाद साहू मंदिर के पीछे एक जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा था।
वह इस जमीन पर प्लास्टिक की फैक्ट्री लगाना चाहता था। भाजपा नेता को पूर्व विधायक का संरक्षण है। इसलिए वह लगातार पुजारी को धमकियां दे रहा था।
पुलिस अभी तक तो पुजारी के साथ मारपीट किए जाने से इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में अगर पिटाई की बात सामने आएगी। तभी हम हत्या का केस दर्ज करेंगे।