जामिया के छात्र CAA और NRC के खिलाफ लगभग 2 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगे नहीं सुनीं जा रही। अपनी मांगों को लेकर आज जामिया छात्रों ने यूनिवर्सिटी से लेकर पार्लियामेंट तक के लिए शांतिपूर्ण मार्च निकाला। लेकिन उनके इस मार्च को पुलिस ने पूरा नहीं होने दिया। पुलिस ने यूनिवर्सिटी के पास ही छात्रों को रोक दिया।
जामिया से कुछ दूरी पर होली फैमिली अस्पताल के पास ही पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने छात्रों को बैरीकेडिंग से आगे बढ़ने की इजाज़त नहीं दी। छात्रों ने पुलिस द्वारा रोके जाने का विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस द्वारा किए गये इस लाठीचार्ज में कई छात्र-छात्राएं बुरी तरह से घायल हो गये।
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जिसके बाद घायल छात्रों को जामिया हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया गया। हेल्थ सेंटर के डॉक्टर ने बताया कि पुलिस ने छात्रों को इतनी बेरहमी से पीटा कि उनके प्राइवेट पार्ट्स में भी लगी है। डॉक्टर ने बताया कि कुछ छात्र तो इतनी बुरी तरह घायल थे कि उन्हें अल-शिफा स्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
छात्राओं ने पुलिस पर लाठी से उनके सीने पर भी हमला करने का आरोप लगाया। टीवी चैनल इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान एक छात्रा ने कहा कि ‘एक महिला पुलिसकर्मी ने उसका बुर्का हटाया और लाठी से उसके प्राइवेट पार्ट पर वार किया।’ छात्राओं का आरोप है कि एक महिला पुलिसकर्मी ने बुर्का हटाकर बूट से हमला किया।
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अल-शिफा अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 9 लोग घायल है जिनमें 8 जामिया की छात्र हैं और एक स्थानीय निवासी है। उनका कहना है कि एक छात्रा को ज्यादा चोटें आई हैं और उसे आईसीयू में रखा गया है।
दिल्ली पुलिस की इस बर्बरता पर एक्टर जीशान अय्यूब (Zeeshan Ayyub) ने ट्विटर पर लिखा- #DelhiPolice , याद रखना, एक दिन तुम्हारे बच्चे बड़े होकर तुमसे सवाल करेंगे और तुम पे शर्मिंदा होंगे!!
#DelhiPolice , याद रखना, एक दिन तुम्हारे बच्चे बड़े होकर तुमसे सवाल करेंगे और तुम पे शर्मिंदा होंगे!!
— Mohd. Zeeshan Ayyub (@Mdzeeshanayyub) February 10, 2020
गौरतलब है की 15 दिसंबर 2019 को पुलिस ने जामिया विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर लाइब्रेरी में पढ़ रहे छात्रों को मारा पीटा था और उन पर टियर गैस से हमला किया था। जिस पुलिसिया कार्रवाई में एक छात्र की आंख की रौशनी भी चली गयी थी।