पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध कर रहे लोगों के ऊपर पुलिस जिस प्रकार से कार्रवाई कर रहीं है, उससे अब देश में राजनीतिक माहौल भी गर्म हो चुका है। जामिया में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों के ऊपर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलकर इसके ऊपर संज्ञान लेने की अपील की है।
मुलाक़ात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि जामिया में पुलिस की कार्रवाई गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोगों की आवाज को दबा रही है।
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मीडिया से बात करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन एक्ट की वजह से पूर्वोत्तर में जो स्थिति है वो राजधानी सहित पूरे देश में फैल रही है, ये एक बहुत ही गंभीर स्थिति है, हमें डर है कि यह आगे भी फैल सकता है।
पुलिस ने जिस तरह से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों के साथ व्यवहार किया उससे हम दुखी हैं। सोनिया गाँधी ने कहा कि पूर्वोत्तर और जामिया की हालत चिंताजनक है। विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार है।
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दरअसल, नागरिकता कानून को लेकर देश के सभी जगहों पर भारी विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों के ऊपर पुलिस अब हिंसक कार्रवाई कर रही है। जिसमें लोग घायल और दो लोगो की असम में मौत हो चुकी है।
दिल्ली में रविवार को जामिया में पुलिस द्वारा छात्रों के ऊपर किये हमले में कई छात्र-छात्राएं बुरी तरह घायल हो चुके है। वहीं इस कानून को लेकर अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में भी विरोध कर रहे छात्रों के ऊपर पुलिस बर्बरतापूर्ण ढंग से हमले किया है।