गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल अक्टूबर महीने में कहा था कि “पश्चिम बंगाल के हर जिले में बम बनाने की फैक्टरियां हैं”। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले उनके इसी बयान पर सवाल उठ रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले की RTI का जवाब देते हुए गृह मंत्रालय ने कहा है कि उसके पास अमित शाह द्वारा किए गए इन दावों को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है।
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In Oct, Home Minister @AmitShah gave an interview to CNN News18 where he claimed "there are bomb-making factories in every district of West Bengal".
So, I filed a 4-point RTI seeking the source of Home Minister's comments.
And this is where it gets shocking.
(1/5) pic.twitter.com/fxz0VEzh9u
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) March 9, 2021
दरअसल CNN News18 को 17 अक्टूबर, 2020 को दिए गए इंटरव्यू में गृह मंत्री ने दावा किया था की “पश्चिम बंगाल के हर जिले में बम बनाने की फैक्ट्रियां है”।
उन्होनें तब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा नेताओं की मांग को भी सही ठहराया था।
अमित शाह के बयान पर साकेत गोखले ने RTI डालकर गृह मंत्रालय से बम बनाने वाले कारखानों की सूची मांगी थी। इसी के साथ RTI में ये भी पूछा था कि क्या मंत्रालय ने ही शाह को इस सबके बारे में जानकारी दी थी।
और क्या इन कारखानों की सुचना पश्चिम बंगाल की सरकार और पुलिस को दी गयी है?
गृह मंत्रालय ने जवाब में कहा है कि उनके पास इस सबके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसी के साथ मंत्रालय का कहना है कि “पुलिस और पब्लिक आर्डर स्टेट सब्जेक्ट है”,
राज्य की पुलिस ही आपराधिक मामलों में एक्शन लेती है। इसी कारण से RTI कार्यकर्ता को ये जानकारी राज्य की पुलिस से लेनी चाहिए।
मंत्रालय के इस जवाब को साकेत गोखले ने ‘चौकाने वाला’ बताया है। गृह मंत्री और मंत्रालय, दोनों के बयान पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण है।
बिना किसी तथ्य के राज्य के हर जिले में बम कारखानों के चलने का आरोप लगाना बड़ी बात है, राज्य के लोगों के खिलाफ दुष्प्रचार है।
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च लेकर 29 अप्रैल तक विधानसभा चुनाव होंगे। इन्हें 8 चरणों में करवाया जाएगा और वोटों की गिनती 2 मई को होगी। राजद जैसी पार्टियों ने इस राज्य में चुनाव न लड़कर ममता बनर्जी को समर्थन देने का फैसला किया है।