
मुंबई की अंधेरी (ईस्ट) सीट से ऋतुजा लटके की एकतरफा जीत पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा- “लड़ाई की शुरुआत विजय से हुई है, इसीलिए भविष्य के लड़ाई की चिंता नहीं है। हमने एकता से ये लड़ाई लड़ी हैं। हमें पूरा विश्वास है कि आगे भी सभी चुनावों में हम ही जीतेंगे।”
उद्धव ने आगे कहा कि “नोटा के पीछे कौन है? सब जानते हैं. बीजेपी ने क्या किया, मुझे इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी हैं. सभी मतदाताओं का शुक्रिया अदा करता हूं।”
ऋतुजा लटके के बाद सबसे ज्यादा वोट NOTA (None of the above) को
शिवसेना उम्मीदवार ऋतुजा लटके को 66 हजार 247 वोट मिले। दिलचस्प बात ये रही कि दूसरे नंबर पर नोटा रहा। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे।
नोटा के नाम पर 12 हजार 776 वोट पड़े, जिससे छह अन्य निर्दलीय उम्मीदवार बहुत पीछे रह गए। तीसरे नंबर पर निर्दलीय राजेश त्रिपाठी रहे। उन्हें 1 हजार 569 वोट मिले हैं।
मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव से पहले यह जीत ठाकरे गुट के लिए उत्साह बढ़ाने वाली है।
भारी जीत के बाद ऋतुजा उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री पहुंची। इस दौरान ठाकरे ने कहा- ‘ये सिर्फ एक लड़ाई की शुरुआत है. पार्टी का चिन्ह महत्वपूर्ण है, लेकिन लोग चरित्र की भी तलाश करते हैं. इस उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि लोग हमारा समर्थन करते हैं।
उद्धव ने कहा कि शिवसेना का नाम और पार्टी का चुनाव चिन्ह (धनुष और तीर) इस चुनाव से पहले (चुनाव आयोग द्वारा) फ्रीज कर दिया गया था।
गौरतलब है कि इसी साल महाराष्ट्र के सियासी उठापटक के बाद जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार (MVA) गिर गई थी।
इसके बाद एकनाथ शिंदे बीजेपी के साथ गठबंधन में मुख्यमंत्री बने। एमवीए सरकार के गिरने के बाद महाराष्ट्र में यह पहला चुनावी मुकाबला है। एमवीए के घटक दल-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस, दोनों ने ऋतुजा लटके की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।