पश्चिम बंगाल में अबतक के हुए चार चरणों के मतदान में हिंसा की खबरें सामने आ चुकी है। अब पश्चिम बंगाल में पांचवे चरण के चुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान होने वाले हैं।
जिससे पहले राज्य में चुनाव प्रचार कर राजनीतिक पार्टियां हर तरह से मतदाताओं को अपने पाले में लेने की कोशिश में जुटी हुई हैं।
इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग द्वारा 24 घंटे के लिए रोक लगा दी गई है।
चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर यह कार्रवाई 7 अप्रैल को उनके द्वारा अल्पसंख्यक वोटों के बंटवारे ना होने वाले बयान पर की है।
चुनाव आयोग द्वारा ममता बनर्जी को भेजे गए नोटिस में यह कहा गया है कि भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत कर उन पर आरोप लगाया है कि 3 अप्रैल को ममता बनर्जी ने हुगली में एक चुनाव रैली के दौरान मुस्लिम वोटरों से यह कहा था कि उनका वोट विभिन्न दलों में बिल्कुल भी ना बंटने दे।
चुनाव आयोग द्वारा ममता बनर्जी को भेजे गए नोटिस को लेकर भाजपा विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
ममता बनर्जी का समर्थन कर रहे विपक्षी दलों का कहना है कि यह कार्रवाई चुनाव आयोग द्वारा भाजपा के इशारे पर ही की गई है।
इस कड़ी में शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी ट्वीट कर भाजपा पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा है कि “चुनाव आयोग द्वारा ममता बनर्जी पर 24 घंटे के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यह स्पष्ट रूप से केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर किया गया है। यह भारत के स्वतंत्र संस्थानों के लोकतंत्र और संप्रभुता पर सीधा हमला है। हम बंगाल की टाइग्रेस ममता बनर्जी के साथ एकजुट होकर खड़े है।”
ECI has imposed a ban on Mamta didi for 24 hours. This is clearly done at the behest of BJP, ruling party in India. It is a direct attack on democracy and sovereignty of independent institutions of India. solidarity with Bengal Tigress, @MamataOfficial
@derekobrienmp pic.twitter.com/oGxPJZdrSL— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 13, 2021
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शिवसेना समाजवादी पार्टी और राजद ने भाजपा को हराने के लिए खुला समर्थन दिया है।