देश में फैली कोरोना महामारी में अब तक लाखों लोगों ने अपनी जान खो दी है। कोरोना पीड़ितों के परिवार अस्पतालों में असहाय होकर अपनों को मरते हुए देख रहे हैं।

ऐसा इसलिए है, क्योंकि इस देश की सरकार सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने का काम कर रही है।

विपक्षी दलों द्वारा कई बार ये आरोप लगाया जा चुका है कि मोदी सरकार सिरफ पूंजीपतियों की सरकार है। जो आज साबित हो गया है।

कोरोना महासंकट में आज गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार बेसिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अस्पतालों में तड़प रहे हैं। ऐसे में कई गैर सरकारी संगठन लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं।

बड़ी तादाद में लोगों को मदद पहुंचाने के लिए दिन-रात यह संस्थाएं काम में जुटी हुई है। इसी बीच देश में आई संकट की घड़ी में देश के किसानों ने भी लोगों की मदद करने की बात कही है।

पत्रकार मनदीप पुनिया द्वारा एक ट्वीट किया गया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि आज एक किसान ने कहा, “अगर ये ऑक्सीजन सिलेंडर हमारे खेतों में पैदा होते तो किसी को यूं तड़फकर नहीं मरने देते.”

गौरतलब है कि किसान को देश का अन्नदाता कहा जाता है। जब भी देश में कोई प्राकृतिक आपदा आई है। तब तब देश के किसानों ने आगे बढ़कर लोगों की मदद की है।

किसानों ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा है कि अगर उनके खेतों में वह ऑक्सीजन बना पाते तो आज ऐसे हालात ही ना होते।

इस आपदा की घड़ी में दुनिया के कई देशों ने भारत को ऑक्सीजन और अन्य मेडिकल सामान की मदद की है।

लेकिन मोदी सरकार द्वारा कई राज्यों में यह सामान वक्त पर नहीं पहुंचाया गया। जिसकी वजह से कई जाने चली गई है। पीड़ितों के परिवार इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

कहा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर भी आने वाली है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि सरकार देश को कैसे बचाएगी।

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