प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में किसान आंदोलन की चर्चा की और किसानों से आंदोलन को ख़त्म करने की अपील की। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि एमएसपी खत्म नहीं होने वाली है और मंडिया पहले से कहीं ज्यादा आधुनिक बनेंगी।

पीएम के इस आश्वासन पर किसान आंदोलन के सबसे प्रमुख चेहरा राकेश टिकैत ने आशंका जताई है।

उन्होंने पीएम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, वो उलझा रहे हैं, हमने कब कहा कि एमएसपी खत्म हो रही है, हम एमएसपी पर कानून चाहते हैं।

टिकैत ने कहा कि कानून बनने के बाद देश के किसानों को फायदा होगा। एमएसपी पर कानून न होने की वजह से किसानों को लूटा जाता है।

किसान नेता ने कहा कि, ये आंदोलन पहले पंजाब का था, फिर जाट, सिख का बना दिया, क्या किसानों में भी छोटा बड़ा किसान होता है? देश का किसान एक है। कोई छोटा बड़ा नहीं, ये छोटे किसानों का ही आंदोलन है।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भूख पर व्यापार नहीं होना चाहिए। ऐसा करने वालों को बाहर निकाल दिया जाएगा।

बातचीत के अवसर पर राकेश टिकैत ने कहा कि अगर वो बातचीत करना चाहते हैं, तो हम तैयार हैं। लेकिन हमारा पंच भी वही है और मंच भी वही है। उन्होंने कहा कि इन बिलों को वापस लेकर, MSP पर कानून बनाना चाहिए।

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार 15 संशोधन करना चाहती है, पहले उन्हें निकाल लें और फिर आगे की बात भी कर ली जाएगी।

बिना एमएसपी की गारंटी दिए आंदोलन को ख़त्म करने की अपील पर टेकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपील करनी चाहिए कि सभी सांसद अपनी-अपनी पेंशन को छोड़ दें।

इससे पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि MSP था, है और रहेगा।

ऐसे में किसानों को अपना आंदोलन खत्म करना चाहिए। सरकार ने बातचीत की है और आगे भी चर्चा को तैयार है। आंदोलन खत्म होना चाहिए और चर्चा जारी रहनी चाहिए।

बता दें कि किसानों और सरकार के बीच अबतक 11 दौर की बात हो चुकी है, लेकिन अब तक किसानों और सरकार के बीच बात नहीं बन सकी है। ऐसे में अब जब पीएम मोदी की ओर से सदन में बयान दिया गया है, तो माना जा रहा है कि इसका समाधान जल्द ही हो सकता है।

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