हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से भाजपा को केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। सबसे शर्मनाक हार भारतीय जनता पार्टी की केरल में हुई है। जहां पर उन्हें एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हो पाई।
अब खबर सामने आ रही है कि केरल के वायनाड की एक कोर्ट ने भाजपा केरल के प्रमुख के सुरेंद्रन और आदिवासी नेता सीके जानू के खिलाफ पुलिस को रिश्वतखोरी समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज करने के निर्देश जारी किए हैं।
खबर के मुताबिक, भाजपा नेता के सुरेंद्रन पर आदिवासी नेता सी के जानू को विधानसभा चुनाव में एनडीए का उम्मीदवार बनने के लिए 10 लाख रुपए दिए थे।
इस सन्दर्भ में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के स्टूडेंट विंग और मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन के राज्य अध्यक्ष पी के नवास द्वारा वायनाडी के कलपेट्टा की कोर्ट में एक याचिका डाली गई थी। जिसमें ये आरोप लगाया गया था कि भाजपा नेता के सुरेंद्रन ने सी के जानू को एनडीए के लिए चुनाव लड़ने पर 50 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।
इसके बाद ही कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि भाजपा नेता पर आईपीसी की धारा 171 (बी), आई 71(ई) (रिश्वत) और 171 एफ के तहत मामला दर्ज किया जाए।
दरअसल सोशल मीडिया पर भाजपा नेता के सुरेंद्रन और जनाधिपत्य राष्ट्रीय पार्टी की नेता प्रसीता अझिकोड के बीच हुई बातचीत का ऑडियो सामने आया था। बता दें, प्रसीता अझिकोड जेआरएस की राज्य कोषाध्यक्ष हैं।
जहाँ भाजपा नेता के सुरेंद्रन उनपर लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों से इंकार कर रहे हैं।
वहीँ जेआरएस नेता प्रसीता अझिकोड ने आरोप लगाए है कि केरल विधानसभा चुनाव से पहले सी के जानू ने एनडीए में वापसी करने के लिए भाजपा नेता से 10 करोड़ की मांग की थी। लेकिन उन्हें भाजपा नेता द्वारा सी के जानू को 10 लाख रुपये दिए गए हैं।