भाजपा शासित कर्नाटक में इस वक्त येदियुरप्पा सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल भाजपा के ही नेताओं ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
कर्नाटक में आए सियासी संकट को सुलझाने के लिए भाजपा के महासचिव अरुण सिंह इस वक्त बेंगलुरु में डेरा डाले हुए हैं। दरअसल बीते काफी वक्त से ही मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ विरोधी स्वर उठ रहे थे।
इस सियासी खींचतान को किसी मुकाम तक पहुंचाने के लिए भाजपा महासचिव अरुण सिंह तमाम कोशिशें कर रहे हैं।
इसी बीच भाजपा एमएलसी एएच विश्वनाथ के बयान ने राज्य में सियासी हलचल को और ज्यादा तेज कर दिया है।
भाजपा एमएलसी एएच विश्वनाथ ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उन पर सरकार को ठीक तरह से ना चला पाने के आरोप लगाए हैं।
भाजपा एमएलसी एएच विश्वनाथ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ येदियुरप्पा सरकार के प्रति राज्य की जनता के मन में नकरात्मक राय है।
उनका कहना है कि इस मामले में भाजपा महासचिव अरुण सिंह के साथ भी उनकी बातचीत हो गई है।
जिनसे मैंने यह कहा है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की उम्र और उनका स्वास्थ्य देखते हुए लगता है, वो सरकार चला पाने की हालत में नहीं है।
इसके साथ ही बीएस येदियुरप्पा के परिवार की दखलंदाजी से भी चीजें और खराब हो रही हैं। इस वक्त कर्नाटक को किसी और मुख्यमंत्री की जरूरत है।
कर्नाटक भाजपा में चल रहे इस सियासी अंतर्कलह पर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने मीडिया पर चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “क्या इस मुद्दे पर कोई प्राइम टाइम डिबेट करेगा?
बता दें, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के खिलाफ भाजपा के नेताओं ने ही विरोधी स्वर उठाए हो। इससे पहले भी ऐसा कई बार देखने को मिल चुका है।
दरअसल येदियुरप्पा नेतृत्व से भाजपा के कई नेता खुश नहीं है और कई मौकों पर यह नेता साफ तौर पर नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं।
हालांकि यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास के निशाने पर मीडिया इसलिए भी है क्योंकि लगातार खबरों में पंजाब और राजस्थान के कांग्रेस के बीच चल रही अंतर्कलह की बात की जा रही है जबकि कर्नाटक का मामला दबाया जा रहा है।
गहलोत और सचिन पायलट के मनमुटाव पर चर्चा हो रही है, कैप्टन और सिद्धू के टकराव पर चर्चा हो रही है, मगर यूपी और कर्नाटक पर वैसी चर्चा नहीं देखने को मिल रही है।