CBI निदेशक की बहाली के मामले पर मोदी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने छुट्टी को निरस्त करते हुए वर्मा को बहाल किया उसे देख विपक्षी नेता एक सुर में कहने लगे है कि आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के पीछे मोदी सरकार की चाल थी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा आलोक वर्मा वापस आ गए हैं, अब मोदी ‘राफ़ेल घोटाले’ में बच नहीं पाएंगे।
वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सांसद संजय सिंह ने कहा कि CBI पर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है इससे ये बात स्पष्ट हो गई है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने राफेल घोटाले से बचने के लिए CBI पर जो हमला बोला था,
उसपर कब्जा करने की जो कोशिश थी वह पूरी तरह से असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक, नियमों-कानूनों को ताक पर रखकर की गई थी।
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सिंह ने आगे कहा कि सीबीआई के दुरुपयोग का सबसे ज्यादा उत्पीड़न आम आदमी पार्टी ने झेला है। चाहे मुख्यमंत्री हों, उपमुख्यमंत्री हों या स्वास्थ्य मंत्री हों, सभी पर CBI का छापा पड़ा है। भाजपा ने हमेशा सीबीआई को तोते की तरह इस्तेमाल किया है।
बता दें कि राफेल डील की जांच आलोक वर्मा के अंतर्गत होना था, मगर उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने CBI कामों से कुछ दिनों के लिए छुट्टी दे दी थी।
‘जो मोदी के सामने नहीं झुकेगा उसे आलोक वर्मा की तरह हटा दिया जाएगा या फिर जज लोया की तरह मिटा दिया जाएगा’
आलोक वर्मा अपना कार्यभार वापिस संभालने जा रहे हैं पर एक दुखद खबर ये है कि वो इस महीने की आखिर में रिटार्ड होने वाले हैं। ऐसे में ये स्थिति पैदा न हो जाए कि कांग्रेस और विपक्षी दलों को नए सीबीआई चीफ की नियुक्ति तक राफेल डील की जांच में इंतजार करना पड़ जाए।