नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को लेकर लोकसभा में बहस जारी है। सरकार इस बिल की वकालत करते हुए इसे क्रांतिकारी कदम बता रही है, तो विपक्षी दल के नेता इसे संविधान विरोधी बता रहे हैं। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस बिल की आलोचना की है।
उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “नागरिकता संशोधन विधेयक CAB लागू करके भाजपा,बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाये गए संविधान की मूल आत्मा को खत्म करना चाहती है, देश के लोकतंत्र और पहचान को मिटाना चाहती है असम से लेकर तमिलनाडु तक इसका विरोध हो रहा है आम आदमी पार्टी भी इसका विरोध करेगी”।
नागरिकता संशोधन विधेयक CAB लागू करके भाजपा,बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाये गए संविधान की मूल आत्मा को खत्म करना चाहती है,देश के लोकतंत्र और पहचान को मिटाना चाहती है असम से लेकर तमिलनाडु तक इसका विरोध हो रहा है आम आदमी पार्टी भी इसका विरोध करेगी। pic.twitter.com/WYnj9ooOSz
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 9, 2019
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019 पेश किया है। इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर उत्पीड़न के शिकार गैर मुस्लिम शरणार्थियों (जैसे हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों) को आसानी से भारत की नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है।
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नागरिक संशोधन विधेयक 2019 के तहत सिटिजनशिप एक्ट 1955 में बदलाव का प्रस्ताव है।इस बिल का विपक्ष भारी विरोध कर रहा है और इसे संविधान के खिलाफ बता रहा है। विपक्ष का कहना है कि धर्म के आधार पर नागरिकता देने से भारत के सेक्युलर ढ़ांचे को चोट पहुंचेगी। विपक्ष का कहना है कि ये विल साफ़ तौर पर भारत के सेक्युलर मूल्यों के खिलाफ़ है, जिसे लागू नहीं किया जा सकता।
इसके बावजूद बीजेपी सांसदों की तादाद को देखते हुए इस बिल का लोकसभा में पास होना लगभग तय है। हालांकि राज्यसभा में इस बिल का पास होना इतना आसान नहीं है। इस बिल का पास कराने के लिए बीजेपी को एनडीए के बाहर से भी मदद की ज़रूरत होगी।