प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में चुनाव आयोग को फिर से ठेंगा दिखा दिया। उन्होंने अपने भाषण में पुलवामा का ज़िक्र करते हुए ये दिखा दिया है की वो पूरी तरह से किसानों के तर्ज पर ही जवानों का मुद्दा बनाए रखना चाहते है।

पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा कि पुलवामा में उन्होंने हमारे 40 जवानों को शहीद किया था, इस हमले के बाद उसी क्षेत्र में अब तक 42 आतंकवादियों को ठिकाने लगाए जा चुके है। ये हमारा काम करने का तरीका है। अब इस बयान को गुजरे दो दिन हो चुके है मगर इसे लेकर चुनाव आयोग चुप्पी साधे बैठा है।

इस चुप्पी को महसूस करते हुए अभिनेता सिद्धार्थ लिखते है, प्रधानमंत्री मोदी ने ये कहा कि उन्होंने पुलवामा में हमारे 40 जवान मारे, हमने उनके 42 मारें, ये हमारा काम करने का तरीका है। मगर पीएम मोदी को कहना चाहिए था कि माफ़ कीजिएगा हम हमारे बहादुर जवानों को ठीक से तरह से सुरक्षा नहीं दे पाए। 

और चुनाव आयोग ने क्या कहा- ………………….#शर्म

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बता दें कि चुनाव आयोग ने चुनाव शुरू होने से पहले सख्त नसीहत दी थी। जिसमें कहा गया था कि पुलवामा या एयरस्ट्राइक के नाम पर वोट अपील नहीं होनी चाहिए। मगर इस नसीहत को नज़रअंदाज़ कर पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेता इसे चुनावी मुद्दा बना चुके है।

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