अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बार फिर भीड़ इकट्टा होने लगी। शिवसेना प्रमुख उद्दव ठाकरे हजारों शिवसैनिकों के साथ अयोध्या आने की तैयारी कर चुके है।

साथ ही विश्व हिंदू परिषद् ने भी आने का घोषणा कर दी है। ऐसे में अयोध्या में एक दिन में इतनी भीड़ को काबू कर पाना भी एक बड़ी चुनौती होगी।

इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी को न तो सुप्रीम कोर्ट में विश्वास है और न ही संविधान में, बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है, उत्तर प्रदेश में खासकर अयोध्या में माहौल जिस प्रकार है, सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो सेना भेजनी चाहिए।

अब साक्षी महाराज ने सुप्रीम कोर्ट का किया अपमान, बोले- अब ‘मंदिर’ छोड़ो ‘जामा मस्जिद’ तोड़ो

इससे पहले शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद ने कहा कि हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी तो कानून बनाने में कितना टाइम लगता है?

राष्ट्रपति भवन से लेकर यूपी तक बीजेपी की सरकार है, राज्य सभा में ऐसे बहुत सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ रहेंगे, जो विरोध करेंगे उनका देश में घूमना मुश्किल होगा।

साक्षी जोशी ने लगाई RSS समर्थक की क्लास, बोलीं- मूर्ति को स्वेटर पहनाना ‘आस्था’ नहीं ‘मूर्खता’ है

बता दें कि 24 व 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की बड़ी धर्म सभा आयोजित होनी है। 25 नवंबर को विहिप की धर्मसभा में देश भर से लाखों रामभक्त अयोध्या पहुंचेंगे।

उधर, फैजाबाद के अपर जिला मजिस्ट्रेट (कानून व्यवस्था) पीडी गुप्ता ने अयोध्या जिले में 17 जनवरी 2019 तक धारा 144 लागू रखने के आदेश जारी किए हैं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here