तमाम अटकलों को विराम देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। उन्होंने ये फ़ैसला कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए किया है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पीएम के इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही सरकार द्वारा गरीबों के लिए कोई खास घोषणा ना किए जाने पर सवाल खड़ा किया है।
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्विटर के जरिए कहा, “हम लॉकडाउन बढ़ाने की मजबूरी समझते हैं। निर्णय का समर्थन करते हैं। लेकिन, गरीबों को 40 दिनों (21+19) के लिए अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। पैसा है, खाद्य सामग्री है, लेकिन सरकार इन्हें जारी नहीं कर रही। रोओ, मेरे प्यारे देश।”
The poor have been left to fend for themselves for 21+19 days, including practically soliciting food. There is money, there is food, but the government will not release either money or food.
Cry, my beloved country.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 14, 2020
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में चिदंबरम ने कहा, “मुख्यमंत्रियों की धनराशि की मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं, आई। 25 मार्च के ‘कंजूरीभरे’ पैकेज में एक रुपया भी नहीं जोड़ा गया। रघुराम राजन से जीन ड्रीज, प्रभात पटनायक से अभिजीत बनर्जी तक, सलाहों पर ध्यान नहीं दिया गया।”
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए गरीबों के लिए कोई घोषणा ना किए जाने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ भी विशेष नहीं था। वित्तीय पैकेज की घोषणा नहीं की गई, कोई विवरण नहीं दिया गया, कोई ठोस बात नहीं है। मध्य वर्ग, गरीब और कारोबारियों के लिए कुछ नहीं कहा गया।’ उन्होंने सवाल किया, ‘लॉकडाउन अच्छा है, लेकिन जीविका का मुद्दा कहां है?”
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए कहा कि जो राज्य कोरोना वायरस के खिलाफ सख्ती रखते हुए अपने शहरों/क्षेत्रों में हॉटस्पॉट नहीं बनने देंगे, वहां 20 अप्रैल से जरूरी गतिविधियों की इजाजत दी जाएगी।