बीते महीने मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट 2021-22 में कई सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किए जाने की बात कही गई है। कांग्रेस द्वारा कई बार इस मामले में मोदी सरकार को घेरा जा चुका है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह सिर्फ बेचना जानते हैं। सरकारी संस्थाओं को वह अंबानी और अडानी के हाथों बेच रहे हैं।
15 मार्च से देश के बैंक कर्मियों द्वारा 2 दिन की हड़ताल का ऐलान किया गया था। जिसके बाद अब बीमा कंपनियों के कर्मचारी भी हड़ताल पर जाने वाले हैं।
दरअसल बजट सत्र के दौरान मोदी सरकार द्वारा कुछ बैंकों और बीमा कंपनियों के निजीकरण का ऐलान किया गया था।
जिसके चलते अब बैंककर्मियों और बीमा कंपनियों के कर्मचारियों द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है।
इस कड़ी में शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर ने मोदी सरकार और बिकाऊ मीडिया पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “सारे बड़े, मेनस्ट्रीम चेनैलों को #BankStrike कवर करने मे कोई दिलचस्पी नही। हालांकि इन्ही चैनलों ने #Demonetisation के दौरान इन बैंक कर्मचारियों की बड़ी वाह-वाह की थी। अब देखना यह है की अपने हक के लिए खड़े बैंक वालों को क्या नया नाम दिया जायेगा।”
सारे बडे, मेनस्ट्रीम चेनैलों को #BankStrike कवर करने मे कोई दिलचस्पी नही। हालांकि इन्ही चैनलोंने #Demonetisation के दौरान इन बैंक कर्मचारियों की बडी वाह-वाह की थी। अब देखना यह है की अपने हक के
लिए खडे बैंक वालों को क्या नया नाम दिया जायेगा 🤔🤔#wednesdaythought— Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) March 17, 2021
आपको बता दें कि मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे बैंकों के निजीकरण के विरोध में ऑल इंडिया बैंक कर्मचारी संघ द्वारा इस दो दिवसीय हड़ताल का आवाहन किया गया था।
ज्यादातर मेनस्ट्रीम मीडिया में बैंक कर्मियों के हड़ताल की खबर नहीं दिखाई गई है। जबकि सोशल मीडिया पर यह मुद्दा काफी गरमाया रहा।
गौरतलब है कि नोटबंदी और कोरोना महामारी के दौरान बैंक कर्मचारियों द्वारा किए गए शानदार काम के लिए उनकी जमकर तारीफ की गई थी।
लेकिन जब उन्होंने अपने अधिकारों के चलते मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। तो उनकी आवाज को लोगों तक पहुंचाने के लिए मीडिया ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं।