
सिख दंगों में शामिल सज्जन कुमार को दोषी करार दिया है। मगर मध्यप्रदेश नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम भी सिख विरोधी दंगों में नाम आ चुका है।
जिसपर बीजेपी के बाद अब आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने जख्मों पर नमक छिड़का है।
आप सांसद भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर लिखा, सज्जन कुमार को उम्र क़ैद की सज़ा। बहुत देरी से आया एक दुरुस्त फ़ैसला 34 साल का कष्टदायक इंतज़ार और ज़ख़्मों पर थोड़ी सी मरहम।
लड़ाई अभी भी ख़त्म नहीं हुई अभी भी बहुत दोषी और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और बड़े पदों पर बिराजमान हो रहे हैं, भगवान के घर देर है पर अंधेर नहीं।
गौरतलब हो कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में और ख़ासकर दिल्ली में बड़े पैमाने पर हुए सिखों के क़त्ल-ए-आम के ख़ून के छींटो ने कमलनाथ का दामन भी दाग़दार किया।
1984 में दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज में लहू की प्यासी और सिखों को तबाह कर देने पर आमादा भीड़ जब दो सिखों को जलाकर मार रही थी, उस वक़्त कमलनाथ वहीं मौजूद थे, ऐसा उन पर इल्ज़ाम है।
हाल ही में ‘इंडिया टुडे’ को दिए एक इंटरव्यू में कमलनाथ ने कहा कि किसी भी जांच एजेंसी ने उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं पाया और न ही उनके खिलाफ कभी कोई केस दर्ज हुआ। हालांकि कमलनाथ कहते रहे हैं कि वह किसी भी जांच के लिए अब भी तैयार हैं।