दिल्ली में 9 साल की दलित बच्ची के साथ हुए गैंगरेप और हत्या मामले पर भाजपा नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर मुआवजे का ऐलान किया है।
वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मृतका के परिवार वालों से मुलाकात कर न्याय दिलाने की बात कही है। इससे पहले शर्मनाक घटना की निंदा करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट में किया था।
उन्होंने लिखा था कि दलित की बेटी भी देश की बेटी है। इस मामले में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने भी मोदी सरकार को घेरते हुए कहा था कि अगर देश की राजधानी में बच्चे और महिलाएं सुरक्षित नहीं है। तो देश के अन्य हिस्सों में इसका क्या हाल होगा इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता आदेश गुप्ता भी जब पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे। तो स्थानीय लोगों द्वारा इसका विरोध किया गया है।
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता हेमा मालिनी की एक वीडियो सामने आई है। जिसमें मीडिया द्वारा उनसे सदन में इस मुद्दे पर चर्चा ना करने पर सवाल किया गया था।
मीडिया ने भाजपा नेता हेमा मालिनी से पूछा कि इस वक्त वह सबसे बड़ा महिला सुरक्षा का मुद्दा दिल्ली में फिर से उठा है।
इस मसले को लेकर विपक्षी नेता आवाज उठा रहे हैं। लेकिन इस पर सदन क्यों मौन है? सदन में इस मुद्दे पर कोई आवाज नहीं उठाई गई है?
इसका जवाब देते हुए भाजपा नेता हेमा मालिनी ने कहा कि इस बारे में आप ओम बिरला जी से बात कीजिए। इतनी बात कहकर भाजपा नेता हेमा मालिनी वहां से चली गई।
गौरतलब है कि बीते दिनों से सदन में चल रहे मानसून सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करने से भाग रही है। जिसका विपक्षी दलों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
इस संदर्भ में सभी विपक्षी दल एक साथ आकर महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे और पेगासस जासूसी मामले में सदन के अंदर चर्चा करने की मांग उठा रहे हैं।