भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के एक बयान से शिवराज सरकार कटघरे में खड़ी हो गई है. कांग्रेस को भी शिवराज सिंह पर निशाना साधने का मौका मिल गया है.

प्रज्ञा ठाकुर का जो बयान आया है वो बेहद गंभीर और सनसनीखेज़ है, साथ ही पुलिस प्रशासन और सरकार को  कटघरे में खड़ा करना वाला है.

प्रज्ञा ठाकुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो कहती हुई नज़र आती हैं कि उनके गोद लिए गांव में गरीब लोग बेटियों को बेचकर पुलिस को रिश्वत देने को मजबूर हैं.

17 सितंबर को प्रज्ञा ठाकुर उद्योग व्यापार मंडल के कार्यक्रम में शामिल हुई थी, वहीं पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने पुलिस पर ये गंभीर आरोप लगाए.

उन्होंने कहाकि कुछ ऐसी बस्तियां-गांव हैं जिनको मैंने गोद लिया है, यहां बहुत गरीब लोग रहते हैं. जो मज़दूरी करके अपना परिवार पाल रहे हैं, इन लोगों के पास ना पढ़ने का साधन है, ना ही इनके माता-पिता के पास रोज़गार. मजबूर लोग बेबसी में भट्टियों पर कच्ची शराब बनाते हैं और बेचते हैं.

वहीं कभी-कभी पुलिस चैकिंग के लिए आती और इन लोगों को पकड़कर ले जाती है. उनको छुड़वाने के लिए परिवार के पास पैसे नहीं होते हैं, ऐसे में वो अपनी नाबालिग बच्चियों को बेच देते हैं और फिर कहीं जाकर अपने लोगों को पुलिस से छुड़वाते हैं.

भोपाल सांसद के इस बयान के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता और राज्य महिला आयोग की सद्य संगीता शर्मा ने कहाकि ये मध्यप्रदेश का दुर्भाग्य है कि एक सांसद ये बयान देती हैं कि तीन बस्तियों के क्या हालात है.

वे कच्ची शराब बनाकर बेचते हैं, पुलिस उन्हें पकड़ लेती है, तो वो अपनी बच्चियों को बेचते हैं फिर पुलिस से छुड़ाते हैं, ये बहुत दुखद और निंदनीय है.

u7संगीता शर्मा ने कहाकि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर बताएं कि बच्चियों को किसे बेचा जा रहा है, वे खरीददार कौन हैं.

इस मामले पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहाकि, साध्वी हमारे परिवार की हैं, हमारी पार्टी की हैं, इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी है तो हमें बताएं, कानून अपना काम करेगा.

हालांकि साध्वी प्रज्ञा का ये कोई पहला बयान नहीं है जो विवादास्पद हो, इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई में आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को लेकर दिया था. साध्वी ने कहा था कि मैंने श्राप दिया था कि जिसके कारण हेमंत करकरे की मौत हुई.

इसके बाद सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे के ढहाए जाने को लेकर विवादित बयान दिया था. तब उन्होंने कहा था कि उन्हें ढांचा गिराए जाने का अफसोस नहीं ढांचा गिराने पर तो गर्व है.

विवादित बयानों का ये सिलसिला यहीं नहीं रुका भोपाल से लेकर दिल्ली तक हल्ला तब हुआ जब सांसद प्रज्ञा ठाकुर को नाथुराम गोडसे को राष्ट्रभक्त कह दिया था. इसी तरह सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने अपने एक विवादित बयान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को राष्ट्रपुत्र बताया था

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