देश को नफरत, सांप्रदायिक माहौल में झोकने के लिए भाजपा के नेता अब कोई फ्रिंज एलिमेंट नहीं रहे हैं। सविंधान की शपथ लेने वाले भाजपा के विधायक और सांसद खुलकर इस देश के अल्पसंख़्यक के खिलाफ जहर उगलते दिखते हैं।
चुनाव नजदीक आते ही लोगों का ध्यान बुनियादी सवालों से हटाकर उन्हें सांप्रदायिक बनाना भाजपा के नेताओं की आदत बन गयी है।
खबर है कि कर्नाटक के एक भाजपा सांसद अब एक बस स्टॉप को तोड़ने की बात कर रहे हैं। क्योकि वह मस्जिद की तरह दिखता है।
दरअसल भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने यह बयान मैसूर-ऊटी सड़क पर बने हुए एक बस स्टॉप के लिए कहा है।
सांसद का कहना है कि यह स्टॉप नहीं बल्कि एक मस्जिद है। जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है। बस स्टॉप का डिज़ाइन कुछ ऐसा है कि उसपर तीन गुंबद बने हुए हैं। जिसको भाजपा सांसद मस्जिद बता रहे हैं।
बीजेपी सांसद का कहना है कि अगर यह बस स्टॉप 4 दिन में नहीं गिराया गया तो मैं खुद तोड़ दूंगा।
सांसद प्रताप आगे कहा कि “मैंने यह बस स्टॉप सोशल मीडिया पर देखा था। इसमें तीन गुंबद हैं। बीच में बड़ा और साथ के 2 छोटे गुंबद हैं। वह केवल एक मस्जिद है।
मैंने प्रशासन से बात कि है और इस बस स्टॉप को तोड़ने के लिए बोला है, अगर वह ऐसा नहीं करते तो मैंने खुद बुलडोज़र से इसे तोड़ दूंगा”
इसपर कर्नाटक कांग्रेस के नेता सलीम अहमद ने कहा कि, “भाजपा सांसद का यह बयान मूर्खतापूर्ण है। क्या भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा हर उस सरकार बिल्डिंग को गिरा देंगे ,जिसपर गुंबद बना है? पहले वह इसका जवाब दें।