नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। कई जगह प्रदर्शन उग्र हो चुका है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में कैम्पस के अंदर दिल्ली पुलिस द्वारा छात्रों को पीटे जाने के बाद अब विश्वविद्यालयों में भी प्रदर्शन तेज़ हो गया है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने कैब, एनआरसी का विरोध करते हुए आंदोलन करने का ऐलान किया है। चंद्रशेखर ने ट्वीट करके बताया कि, बाबा साहेब अम्बेडकर कहते थे कि मेरे जाने के बाद ये मत समझना कि मैं मर गया, जब तक संविधान जिंदा है, मैं जिंदा हूँ, बस संविधान को मत मरने देना।
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हम बाबा साहेब को मरने नही देंगे। हम संविधान की आखिरी सांस तक रक्षा करेंगे। हम 20 दिसंबर जामा मस्जिद से ऐतिहासिक आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
बाबा साहेब अम्बेडकर कहते थे कि मेरे जाने के बाद ये मत समझना कि मैं मर गया,जब तक संविधान जिंदा है,मैं जिंदा हूँ,बस संविधान को मत मरने देना।
हम बाबा साहेब को मरने नही देंगे। हम संविधान की आखिरी सांस तक रक्षा करेंगे। हम 20 दिसंबर जामा मस्जिद से ऐतिहासिक आंदोलन की शुरुआत करेंगे। pic.twitter.com/pmLEH4crED— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) December 18, 2019
चंद्रशेखर रविवार को जामिया के छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज के खिलाफ दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर छात्रों का साथ देने पहुंचे थे। वो लगातार कैब और एनआरसी का कड़ा विरोध कर रहे हैं।
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बता दें कि नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल हो रहा है। पूर्वोत्तर राज्यों के आमजन और देशभर के कई छात्र संगठन इस कानून के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
साथ ही मुस्लिम समाज भी इस कानून को संविधान और उनके साथ की गई नाइंसाफी बता रहा है। नागरितकता कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए ग़ैर-मुस्लिमों को भारत की नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है।