देश में कोरोना संक्रमण की आई दूसरी लहर की चपेट में लाखों लोग आ चुके हैं। बीते 24 घंटों के अंदर कोरोना संक्रमण के दो लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
जोकि कोरोना की पहली लहर से लेकर अब तक सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना के कारण जो राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उनमें से एक महाराष्ट्र है।
महाराष्ट्र की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने बुधवार से राज्य में मिशन ‘ब्रेक द चैन’ शुरू किया है।
इसके तहत धारा 144 लागू कर दी गई है। यानी कि अब एक जगह पर 5 से ज्यादा लोग इकट्ठे हो नहीं पाएंगे।
इसी कड़ी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है।
इस पत्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लिखा है कि सितंबर 2020 में भारत में कुल 10.5 लाख कोरोना संक्रमण के मामले थे। आज महाराष्ट्र में ही 5 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं।
हमने केंद्र सरकार को पहले भी राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी दी है। इस वक्त महाराष्ट्र में सबसे बड़ी चिंता ऑक्सीजन की कमी है।
राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की मांग 1200 मीट्रिक टन लेवल को पार कर चुकी है। इस महीने के अंत तक यह 2000 मीट्रिक टन तक बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के मामले में हमारी मदद करें। ऑक्सीजन की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए टैंकर तैयार किए जा रहे हैं।
लेकिन दूरदराज से ऑक्सीजन की आपूर्ति किए जाने के समय लग रहा है। इसलिए दूसरे स्थानों से एअरलिफ्ट के जरिए ऑक्सीजन आपूर्ति के विकल्प पर विचार किया जाए।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना संकट को लेकर बुधवार को ही सभी विभागों के कमिश्नर, कलेक्टर, महानगरपालिका कमिश्नर और पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बातचीत की है।
इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में लगाए गए कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं।