दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरवाल का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद विपरीत परिस्थितयों में काम कर रहे पत्रकरों को सरकार द्वारा प्राथमिकता दी जानी चाहिए, और उनके लिए कोविड टीका उपलब्ध करवाया जाना चाहिए।

“पत्रकार सबसे बुरी परिस्थितियों में रिपोर्टिंग कर रहे हैं। ‘फ्रंटलाइन वर्कर’ मानते हुए प्रायोरिटी पर उनके लिए टीकाकरण की अनुमति दी जानी चाहिए।

दिल्ली सरकार इस बारे में केंद्र को लिख रही है,” मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा।

देशभर में हर दिन कई लोगों की कोरोना के कारन मौत हो जा रही है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाई, डॉक्टरों और ज़रूरी इंजेक्शन की कमी है। शमशान घाटों पर शव पड़े हैं, और स्वस्थ्य प्रणाली चरमरा गयी है।

महाराष्ट्र के किसी मरीज़ का बेटा उसे अस्पताल में भर्ती नहीं करवा पा रहा, तो गुजरात में किसी मरीज़ की मौत के बाद उसके परिजन अस्पताल का बिल ही नहीं भर पा रहे हैं।

ऐसे हालातों के बीच भी कुछ पत्रकार फील्ड से तो कुछ अपने दफ्तरों से जनता तक ज़रूरी खबरें पहुंचा रहे हैं। दिल्ली में ही कई पत्रकार कोरोना से संक्रमित हो गए हैं।

ऐसे में पत्रकारों के लिए टीकाकरण की व्यवस्था भी ज़रूरी है, और उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है अस्पतालों में जनता को दी जा रही सुविधा को बेहतर करना।

लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ऐलान किया की दिल्ली में सप्ताहांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

बुधवार को ही देश की राजधानी में कोरोना के कारण 104 मौतें हो गयी है।

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