भारत सहित दुनिया के कई देशों में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए वीआईपी की जासूसी की खबरों ने तहलका मचा दिया है।
विश्व भर के देशों ने इसके लिए जांच टीम बैठा दी है लेकिन आरोप लगाया जा रहा है कि भारत में जासूसी की खबरें दिखाने, बताने पर मीडिया पर छापेमारी की कार्रवाई शुरु कर दी है।
कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने ट्वीटर पर लिखा है कि “इजरायल की संसद ने पेगासस की जांच के लिए एक जांच आयोग का गठन कर दिया है. फ्रांस की कोर्ट में पेगासस मामले की जांच शुरु हो गई है. मैक्सिको के राष्ट्रपति भ्रष्टाचार और पेगासस के दुरुपयोग की जांच कर रहे हैं. वहीं भारत में क्या हो रहा है ?
🇮🇱 Israeli Parliament has launched a commission to probe Pegasus
🇫🇷 French Court has launched a probe into Pegasus
🇲🇽 Mexican President is probing corruption & misuse of Pegasus
🇮🇳 Indian PM is doing IT raid on Media reporting his Pegasus Snooping
Vishwaguru. Wah Modiji Wah!
— Srivatsa (@srivatsayb) July 23, 2021
श्रीवत्स ने कहा है कि भारत में पेगासस के मुद्दे पर यही हो रहा है कि यहां पर पेगासस जासूसी की रिपोर्टिंग करने वाली मीडिया पर इनकम टैक्स के छापे मारे जा रहे हैं।
बता दें कि बीते दिनों देश के दो प्रतिष्ठित मीडिया समूहों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
सबसे पहले तो दैनिक भास्कर अखबार के अलग अलग कार्यालयों में इनकम टैक्स की छापेमारी की खबरें सामने आईं और उसके थोड़ी ही देर बार यूपी की राजधानी लखनउ से भारत समाचार के संपादक ब्रजेश मिश्रा के आवास पर भी इनकम टैक्स की रेड हो गई।
कोरोना की दूसरी लहर और पेगासस जासूसी कांड में इन दोनों मीडिया समूहों ने जमकर कवरेज की थी जिससे की केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार परेशानी में पड़ती हुई दिखाई दे रही थी।
कोरोना काल में दैनिक भास्कर ने सरकारी लापरवाही पर एक श्रृंखला चलाई थी जिसने मोदी सरकार की विफलताओं को जनता के सामने उजागर कर दिया था।
इस छापेमारी की कार्रवाई की देश भर में निंदा की गई। मोदी सरकार की इस कार्रवाई का लोगों ने जमकर विरोध किया और आई सपोर्ट दैनिक भास्कर सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता रहा।
पेगासस जासूसी कांड में संपूर्ण विपक्ष ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी कांड में मोदी सरकार पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए इसके जरिए राफेल की जांच को प्रभावित करने की बात कह दी।
राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस के जरिए सुप्रीम कोर्ट के जजों की जासूसी की गई, उनके फोन टैप किए गए और इसके माध्यम से राफेल घोटाले की जांच को प्रभावित किया गया।
हैरानी की बात तो यह है कि जब दुनिया भर के अधिकांश देश पेगासस जासूसी कांड की जांच करा रहे हैं तो भारत सरकार को इसकी जांच कराने में क्या आपत्ति है?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी कांड में न्यायिक जांच की मांग की है।