एक तरफ JNU छात्र-छात्राएं बढ़ी हुई फीस और तमाम तरह की पाबंदियों पर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, नारेबाजी कर रहे हैं। दूसरी तरफ गोदी पत्रकार, सरकार की तरफदारी कर रहे हैं और छात्र-छात्राओं को ही ताने दे रहे हैं।
जिन पत्रकारों का काम था सरकार से सवाल पूछना, वो खुद ही JNU छात्रों को सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। इसी का एक नमूना है आज तक की एंकर श्वेता सिंह, उन्होंने छात्रों के प्रोटेस्ट की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा-
एक तरफ़ हैं 20-21 साल की उम्र में नौकरी करके परिवार का पेट पालने वाले जवान। (जो टैक्स भी भरते हैं) दूसरी तरफ़…
JNU छात्रों से हिसाब मांगने वाले अपने माई-बाप से पूछें राफेल की दलाली का पैसा ‘टैक्स’ का नहीं था?
सोचिए जिन पत्रकारों का काम था सत्ता से सवाल पूछना वो खुद ही सत्ताधारियों का पक्ष ले रहे हैं। जिन पत्रकारों का काम था छात्र-छात्राओं की आवाज बनना वो छात्र छात्राओं पर तंज कस रहे हैं, साथ ही तमाम प्रोपेगंडा चला रहे हैं। ऐसे में इस सरकार से सवाल कौन पूछेगा?
छात्र-छात्राओं के इस आंदोलन को सोशल मीडिया पर समर्थन मिलता दिख रहा है। तमाम लोग अपना समर्थन दिखाते हुए सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। इस बीच मीडिया को भी लताड़ा लगाई जा रही है और मोदी सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया जा रहे हैं।
JNU से दिक्कत नहीं है, गरीब का बच्चा पढ़कर मुझसे सवाल करता है, ये दिक्कत है : सोशल
वहीं अब कांग्रेस नेता देवाशीष झाझरिया ने JNU छात्रों को ट्रोल कर रही एंकर श्वेता सिंह को लताड़ लगाई है। देवाशीष ने ट्वीट करते हुए लिखा-
इन्हीं छात्रों में से कई पुलिस अधिकारी, आईएएस, शिक्षाविद या पत्रकार बनेंगे। क्या छात्र होकर अधिकारों की आवाज उठाना देशद्रोह है? आज के यही छात्र कल के टैक्स भरने वाले बनेंगे। स्वेता जी आपने अगर छात्र जीवन में अच्छी शिक्षा ली होती तो नॉट में चिप नही मिलती आपको।
इन्हीं छात्रों में से कई पुलिस अधिकारी, आईएएस,शिक्षा विद या पत्रकार बनेंगे।
क्या छात्र हो कर अधिकारों की आवाज उठाना देशद्रोह है?
आज के यही छात्र कल के टैक्स भरने वाले बनेंगे।
स्वेता जी आपने अगर छात्र जीवन में अच्छी शिक्षा ली होती तो नॉट में चिप नही मिलती आपको https://t.co/xvvTWR9taw— Devashish Jarariya (@jarariya91) November 12, 2019