महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर यानी कल ख़त्म हो रहा है। बता दें कि आज CM देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है लेकिन अब तक सरकार बनाने के लिए किसी एक दल या गठबंधन ने दावेदारी नहीं की है। ऐसे में महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के हालात बनते दिख रहे हैं।
इस बीच शिवसेना ने अपने विधायकों को जोड़तोड़ से बचाने के लिए एक होटल में भेज दिया है। ये भी ख़बर आ रही है कि कांग्रेस अपने विधायकों को इकट्ठा कर एक साथ रखने की तैयारी कर रही है। वहीं अब कांग्रेस नेता नितिन राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ‘बीजेपी ने कांग्रेस के कुछ विधायकों से सम्पर्क साधने की कोशिश की थी।
नितिन राउत ने कहा, “ऐसी खबरें थीं कि कांग्रेस के कुछ विधायकों से बीजेपी नेताओं ने संपर्क साधा था। कल हमारे एक या दो विधायकों को करीब 25 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। हम कर्नाटक में शुरू हुए हॉर्स ट्रेडिंग पैटर्न को रोकने की पूरी कोशिश करेंगे।”
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया था। उस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा था, “कांग्रेस-जेडीएस विधायकों को तोड़ने की कोशिश करते कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा का वीडियो सामने आया है। पीएम और अमित शाह जी के नेतृत्व में बीजेपी ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई जैसी तमाम एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्षी विधायकों को तोड़ने और सरकारों को हटाने के लिए काम कर रही है।”
दरअसल महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी और शिवसेना में घमासान मचा हुआ है। शिवसेना ने बीजेपी के सामने ढाई-ढाई साल का फार्मूला रखा है। जिसपर बीजेपी अभी तक तैयार नहीं हो पायी है।