मोदी सरकार ने गांधी परिवार की सुरक्षा कम करने का फैसला कर लिया है। केंद्र सरकार ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की SPG सुरक्षा हटाने का फैसला लिया है। हालांकि दावा किया जा रहा है गांधी परिवार की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। गांधी परिवार को अभी भी जेड प्लस सुरक्षा दी जाएगी।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने सभी एजेंसियों की ओर से मिले थ्रेट इनपुट का हवाला देकर ये फैसला लिया है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को SPG सुरक्षा दी जाती है। अब नई व्यवस्था में एसपीजी की की जगह जेड प्लस सुरक्षा दी जाएगी। कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे एक साजिश करार दिया है। कांग्रेस का कहना है कि इस फैसले के पीछे आरएसएस की मंशा काम कर रही है।
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा से भी एसपीजी सुरक्षा कवर हटाकर CRPF की ज़ेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी। गौरतलब है कि एसपीजी सुरक्षा काफी प्रशिक्षित इकाई है और ये सभी आधुनिक उपकरणों, वाहनों से लैस है। एसपीजी की टीम में स्नाइपर्स, बम निरोधक विशेषज्ञ भी होते हैं।
इस तरह लगातार मोदी सरकार विपक्षी नेताओं की सुरक्षा को घटा रही है। गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाऐ जाने को लेकर सीपीआई के राष्ट्रिय सचिव डी.राजा ने कहा कि ‘सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन लोकतंत्र को जिंदा रहना चाहिए।
उन्होंने कहा ‘बीजेपी हर संवैधानिक संस्था और व्यवस्था को कमतर कर रही है’। आरोप है कि बीजेपी सत्ता में आने के बाद हर संवैधानिक संस्था और व्यवस्था को कमतर करने की कोशिश कर रही है। इससे बीजेपी की राजनीतिक मंशा स्पष्ट हो रही है।