गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट का विस्तार करने जा रहे हैं। इस मंत्रिमंडल विस्तार में कई नए चेहरों को जगह दी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 17 -22 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है।
बताया जा रहा है कि जिन नेताओं को कल मंत्री पद की शपथ दिलाई जानी है, उन्हें फोन कर सूचना दे दी गई है। इनमें से कई नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं तो कईयों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
कांग्रेस प्रवक्ता डाॅ रागिनी नायक ने इस मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर जमकर प्रहार किया है।
रागिनी ने कहा कि “मुखौटे चाहे जितने बदल लें, आवरण चाहें जितने बदल लें, आडंबर चाहे जितने कर लें.. ये असलियत नहीं छिप सकती कि सरकार सिर्फ डेढ़ लोग मिलकर चला रहे हैं.”
रागिनी ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार की म्यूजिकल चेयर पर बैठाकर चाहे जितनों को गोल गोल घुमाएं, जो एक कुर्सी और आधा स्टूल रखा हुआ है, उस पर बैठना मोदी और अमित शाह को ही है।
मुखौटे चाहे जितने बदल लें
आवरण चाहे जितने बदल लें
आडंबर चाहे कितने कर लेंये असलियत नहीं छिप सकती कि सरकार डेढ़ व्यक्ति चला रहे हैं 💁🏼♀️
मंत्रीमंडल विस्तार की Musical Chair पर चाहे जितनों को गोल गोल घुमाएँ, जो 1 कुर्सी और 1/2 स्टूल रखा है, उस पर बैठना मोदी और अमित शाह को ही है🥴 pic.twitter.com/XL3OxdVMgT
— Dr. Ragini Nayak (@NayakRagini) July 6, 2021
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से आने वाले मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है। मध्यप्रदेश से इस बार जहां कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
वहीं चर्चा है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले टीएमसी छोड़कर भाजपा में आए दिनेश त्रिवेदी को भी शपथ दिलाया जा सकता है। त्रिवेदी मनमोहन सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
वहीं बिहार से भी भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी, जदयू नेता आरसीपी सिंह, लोजपा नेता पशुपति कुमार पारस का नाम आगे चल रहा है जबकि यूपी से अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद, भाजपा नेता वरुण गांधी आदि के नाम चल रहे हैं।
वहीं जिन राज्यों में आगामी वर्ष में चुनाव होने वाले हैं, वहां से आने वाले नेताओं को मंत्रिमंडल में मौका मिलने की ज्यादा संभावनाएं हैं। इनमें यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश आदि राज्य शामिल है।
वहीं असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे का नाम भी लगभग फाइनल बताया जा रहा है। एक अन्य नाम राजस्थान से आने वाले भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव का भी चल रहा है।
बताते चले कि केंद्र की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में 53 मंत्री हैं। संवैधानिक नियमों के मुताबिक सरकार में अधिकतम 81 मंत्री हो सकते हैं।
उम्मीद जताई जा रही है कल होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों की संख्या 70-75 के करीब हो सकती है।