भारत में हर दिन कोरोना संक्रमण से मरने वालों के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों के पीछे भारत की स्वास्थ्य अव्यवस्था सबसे बड़ा कारण है।
जिसके चलते दुनिया भर में मोदी सरकार की काफी किरकिरी भी हो रही है।
जहाँ कोरोना संक्रमण की पहली लहर के बाद दुनियाभर के देश लोगों की जान बचाने के लिए बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे थे। वहीँ मोदी सरकार अपना पूरा ध्यान देश में होने वाले चुनावों पर दे रही थी।
अब खबर सामने आई है कि भारत में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या 5 गुना ज्यादा है। लेकिन इन आंकड़ों को छिपाने के लिए मोदी सरकार देश की राज्य सरकारों पर दबाव बना रही है।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अस्पतालों में लोग इलाज के इंतजार में ही दम तोड़ रहे हैं। दुनिया के लगभग आधे से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले भारत में ही देखने को मिल रहे हैं।
इस मामले में वैज्ञानिकों ने भी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि भारत में संक्रमण के नए स्ट्रेन और भी ज्यादा घातक हो सकते हैं।
बात की जाए भाजपा शासित राज्यों की तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी ही नहीं है। वहीं मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार राज्य में होने वाली मौतों के आंकड़े छिपा रही है।
इस मामले में शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि “ऑंकड़ों से पॉंच गुना ज़्यादा मौतें हैं! सरकार ने सब सिस्टम बिठा रखा है कि आप मरोगे तो गिनती में भी नहीं आओगे”
दरअसल दैनिक भास्कर ने इस बात का दावा किया है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते 13 दिनों में 1000 से ज्यादा मौतें हुई है। लेकिन सरकार द्वारा सिर्फ 41 मौतें ही बताई जाती है।
मध्य प्रदेश के लोगों का कहना है कि राज्य में कुछ साल पहले हुए गैस त्रासदी के बाद शवदाह ग्रहों में पहली बार इतनी चिताए जल रही है।