बीते साल मोदी सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भाषण देने के आरोप में गोरखपुर के डॉक्टर कफील खान को रासुका के तहत जेल में रखा गया है। अब खबर सामने आ रही है कि उनपर रासुका और बढ़ा दी गई है।

गौरतलब है कि 13 फरवरी को अलीगढ़ के डीएम की रिपोर्ट पर डॉक्टर कफील खान को 6 महीने के लिए रासुका के तहत जेल में बंद किया गया था। अब योगी सरकार द्वारा इसे 3 महीने और बढ़ा दिया गया है।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डॉ कफील खान की रिहाई को लेकर उनके समर्थन में आवाज उठाई जा रही है। इससे पहले 4 अगस्त को भी एक मुहिम चलाई गई थी। जिसे लोगों का काफी समर्थन मिला था।

आपको बता दें कि डॉ कफील खान की पत्नी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी उनके समर्थन में आवाज उठाने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि डॉ कफील पर रासुका लगाए जाने पर मैंने सरकार से यही सवाल पूछा था कि उन्होंने ऐसा क्या गुनाह किया है, किस वजह से उन पर रासुका लगाई गई है।

जो डॉक्टर हमेशा समाज सेवा के काम में लगा रहता है उससे देश को क्या खतरा हो सकता है। उन पर 10 अगस्त को तीसरी बार रासुका की अवधि 3 महीने के लिए बढ़ा दी गई है। जिस बारे में उन्हें जानकारी 14 अगस्त को मिली है, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी डॉक्टर कफील जेल में क्यों हैं?

हाल ही में चीफ जस्टिस बोबडे की बेंच ने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट इस मामले में जल्द सुनवाई करे।

सुप्रीम कोर्ट ने डॉ कफील खान पर रासुका लगाए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर इलाहाबाद हाई कोर्ट से 15 दिनों के अंदर फैसला लेने के लिए कहा है।

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