क्या बीजेपी नेता साधुओं की हत्या पर गुस्सा राज्य देखकर ज़ाहिर करते हैं? केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ट्विटर अकाउंट को देखकर तो ऐसा ही लगता है। उन्होंने आज ट्वीट कर महाराष्ट्र में साधुओं की हत्या पर अपना गुस्सा तो ज़ाहिर किया, लेकिन बुलंदशहर में साधुओं की हत्या पर ख़ामोश नज़र आए।
दरअसल, गिरिराज सिंह ने पालघर लिंचिंग मामले के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलते हुए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए हिन्दू समाज और संगठनों से एकजुट होकर हत्या के ख़िलाफ़ अपना विरोध जताने के लिए दिए जलाने और उपवास रखने की अपील की है।
उन्होंने लिखा, “पालघर में साधु संतों की हत्या सनातन की हत्या है।सनातन शांति सद्भाव और सेवा का रूप है और हमारा हथियार भी यही है। पालघर में साधु संतो की हत्या के विरोध में हिंदू समाज एवं हिंदू संगठन एकजुट हो आज दिए जलाकर एवं 24 घंटे कि उपवास रखकर अपना विरोध जतायेंगे। सभी एक हो एकता का परिचय दें।”
केंद्रीय मंत्री की इस अपील के बाद सोशल मीडिया पर ये सवाल उठाए जा रहे हैं कि वो बुलंदशहर की घटना पर कब बोलेंगे। कब वो साधुओं की हत्या की निंदा करते हुए योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे? या फिर उन्हें गुस्सा तभी आता है जब साधुओं की हत्या पर किसी गैर बीजेपी शासित राज्य में हो।
गिरिराज सिंह के इसी दोहरे रवैये पर पत्रकार उमाशंकर सिंह ने तीखा तंज़ कसा हैं। उन्होंने गिरिराज के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “सर जी यूपी में भी दो साधुओं की हत्या हो गई है। और कुछ कीजिए न कीजिए निंदा तो कर दीजिए।”
सर जी यूपी में भी दो साधुओं की हत्या हो गई है। और कुछ कीजिए न कीजिए निंदा तो कर दीजिए। https://t.co/P3wlCzizsv
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) April 28, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार देर रात दो साधुओं की धारदार हथियार से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या के आरोपी राजू उर्फ मुरारी को गिरफ़्तार कर लिया गया है, जो कि गांव का ही रहने वाला है। 2 दिन पहले आरोपी राजू ने दोनों साधुओं का चिमटा चुरा लिया था, जिसको लेकर साधुओं ने नाराजगी जताई थी। इसी बात से नाराज़ आरोपी ने साधुओं की हत्या करदी।