बीते दिनों फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसान आंदोलन में शामिल होने वाली महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट कर नए विवाद को जन्म दिया है।

कंगना ने किसान आंदोलन में शामिल हुई बुजुर्ग महिला को दिल्ली के शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी दादी बिलकिस बानो करार देते हुए कहा था कि ऐसी महिलाएं 100-100 रूपये में किसी भी आंदोलन के लिए उपलब्ध हो जाती हैं।

कंगना द्वारा किए गए इस ट्वीट के लिए उनकी जमकर आलोचना हुई। जिसके चलते कंगना ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया।

कंगना रनौत की इस हरकत पर भड़के लोगों ने उन्हें दी गई वाई सिक्योरिटी के लिए मोदी सरकार पर भी हमला बोला। सोशल मीडिया यूज़र्स ने कंगना को फर्जी देशभक्त करार तक कर दिया।

कंगना रनौत द्वारा पंजाब की किसान महिलाओं पर की गई इस अपमानजनक टिप्पणी के बाद पूरे पंजाब में आक्रोश फ़ैल गया है। कई बड़े पंजाबी सिंगर और अभिनेता कंगना रनौत को सोशल मीडिया पर घेर रहे हैं। उनका कहना है कि कंगना ने पूरे पंजाब की माओं का अपमान किया है।

इसी बीच खबर सामने आ रही है कि दिल्ली सिख गुरद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के मेंबर ने कंगना को लीगल नोटिस भेज दिया है। नोटिस में कहा गया है कि देश के किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार संविधान ने दिया है। वह इस तरह किसानों का अपमान नहीं कर सकती।

आपको बता दें कि शिरोमणि अकाली दल ने भी कंगना रनौत के ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए उनकी भाषा को अभद्र बताया था।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि “कंगना द्वारा सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाला ट्वीट किया गया है। वह अपने ट्वीट में किसानों के विरोध को राष्ट्रविरोधी दर्शाने की कोशिश कर रही है। हम कंगना रनौत से बिना शर्त माफी मांगने की मांग करते हैं’।”

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