राजस्थान में एनडीए की सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा सरकार को चेतावनी थी। दरअसल राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस कड़ी में ऐलान किया था कि वह हजारों की तादाद में किसानों के साथ दिल्ली कूच करेंगे।

अब खबर सामने आ रही है कि आरएलपी ने एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया है। जिसकी जानकारी पार्टी अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने ट्विटर के जरिये दी है।

उन्होंने ट्वीट किया है कि “भारत सरकार द्वारा लाए गए कृषि विरोधी बिलों के कारण आज @RLPINDIAorg पार्टी एनडीए के गठबंधन से अलग होने की घोषणा करती है !”

बीते कल राजस्थान के अलवर में हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि पिछले एक महीने से दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है। लेकिन अब भाजपा को जवाब देना होगा।

इसी दौरान हम यह फैसला लेंगे कि हमारी पार्टी एनडीए गठबंधन का हिस्सा रहेगी या नहीं। लेकिन आज अचानक आरएलपी ने ये एनडीए से अलग होने का ऐलान कर सियासी हलचल मचा दी है।

आपको बता दें कि शुक्रवार को हनुमान बेनीवाल अलवर जिले के शाहजहांपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंचे थे। जहां उन्होंने कहा था कि 26 दिसंबर को राजस्थान के विभिन्न जिलों से लोग और किसान कोटपूतली में एकजुट होंगे।

जहाँ से हम किसानों के साथ दिल्ली कूच करेंगे। इसके साथ ही आरएलपी नेता ने कहा था कि हम सरकार को दिखाएँगे कि हम देश के किसानों के साथ खड़े हैं। हम कृषि कानूनों की वापसी की मांग का समर्थन करते हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब में भाजपा की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने भी कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए से किनारा कर लिया था।

वही हरियाणा में भी एनडीए की सहयोगी पार्टी जजपा पर दबाव बनाया जा रहा है कि किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा से रास्ते अलग कर ले।

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